नई दिल्ली , लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शनिवार को इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ इनफार्मेशन टेक्नॉलॉजी, कोटा (आईआईटी,कोटा) के प्रथम दीक्षांत समारोह को वर्चुअल रूप से संबोधित किया। उन्होंने छात्रों से अपनी औपचारिक शिक्षा समाप्त कर जीवन के नए अध्याय में प्रवेश करने पर कहा कि उन्हें देश के करोड़ों लोगों के सामाजिक आर्थिक जीवन में बदलाव लाने के लिए अथक प्रयास करने की आवश्यकता है। छात्रों के आगे के जीवन में उनका आत्म विश्वास, आत्म शक्ति और सामर्थ्य ही उनको सही मार्ग दिखाएगा।
लोक सभा अध्यक्ष ने युवाओं का आह्वान किया कि एक टेक्नोक्रेट के रूप में उनका दायित्व है कि वे अपने देश को हर परिवर्तन के लिए तैयार रखें । इसके लिए उन्हें नई विधाओं, नए विचारों और नए व्यवहारों के साथ कार्य करके, अपनी रचनात्मक प्रतिभा का उपयोग करना होगा।
युवा शक्ति द्वारा राष्ट्र निर्माण के विषय में बिरला ने कहा कि भारत का युवा अपने नवाचार, शोध, एवं कार्यकुशलता से देश को मजबूत बना सकता है। नए भारत के निर्माण का उल्लेख करते हुए बिरला ने कहा कि देश के युवा नए भारत के अग्रदूत हैं। भारतीय युवाओं के विश्व स्तरीय योगदान का उल्लेख करते हुए बिरला ने कहा कि आज देश के युवा विश्व भर में श्रेष्ठ कंपनियों के नेतृत्व की भूमिका में हैं। यह दिखाता है कि प्रतिभा, परिश्रम और क्षमता में हमारे छात्र दुनिया में सर्वश्रेष्ठ हैं।
कोरोना वैश्विक महामारी के विषय में बिरला ने कहा कि एक कनेक्टेड एवं इन्टर डिपेन्डेन्ट विश्व में भी आत्मनिर्भरता आवश्यक है। उन्होंने कहा कि छात्रों की सामूहिक शक्ति आत्मनिर्भर भारत के निर्माण को एक नई गति दे रही है। बिरला ने युवाओं को समाज के अंतिम व्यक्ति के विकास के लिए कार्य करने का संदेश देते हुए कहा कि देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सदृढ़ करने की आवश्यकता है। नौजवानों को एग्री सेक्टर में कार्य करने और इसके लिए टेक युक्त सोल्यूशन की आवश्यकता है। लोकसभा अध्यक्ष ने आशा व्यक्त की कि आने वाले समय में व्यापक इंफ्रास्ट्रक्चर, मानव संसाधन, रेल एवं रोड कनेक्टिविटी के माध्यम से कोटा जल्द ही देश में एक आई टी हब के रूप में उभरेगा।
बिरला ने विश्वास व्यक्त किया कि जल्दी ही आईआईटी, कोटा का अपना सर्व सुविधा युक्त कैम्पस तैयार हो जाएगा और आईआईटी को कोटा स्थानांतरित कर दिया जाएगा। इस अवसर पर उन्होंने सभी छात्रों तथा शिक्षकगण को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
साभार-हिस