नई दिल्ली, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर राष्ट्रीय राजधानी में बिजली की आपूर्ति करने वाले बिजली संयंत्रों को पर्याप्त कोयला और गैस उपलब्ध कराने के लिए हस्तक्षेप की मांग की है।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ट्विटर पर जानकारी दी कि वह व्यक्तिगत रूप से स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और उनकी सरकार इससे बचने की पूरी कोशिश कर रही है। उन्होंने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र की एक प्रति संलग्न करते हुए आगे लिखा, “इस बीच, मैंने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर उनके व्यक्तिगत हस्तक्षेप की मांग की है।”
पत्र में मुख्यमंत्री ने थर्मल पावर प्लांट में कोयला संकट और मौजूदा स्टॉक का आंकड़ा साझा करते हुए कहा कि ऐसी स्थिति में गैस आधारित पावर प्लांट पर निर्भरता बढ़ती है। उन्होंने कहा कि पावर प्लांट को अपनी पूरी क्षमता से चलाने के लिए पर्याप्त गैस नहीं है।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने प्रधानमंत्री कार्यालय से इसके मद्देनजर दिल्ली को बिजली की आपूर्ति करने वाले दादरी और झज्जर पावर प्लांट को अन्य पावर प्लांट से कोयला भेजने के अलावा बवाना, प्रगति-1 और जीटीपीएस गैस आधारित पावर प्लांट को पर्याप्त गैस देने की मांग की है। इसके अलावा उन्होंने कहा है कि इलेक्ट्रिसिटी एक्सचेंज में मुनाफाखोरी नहीं हो इसके लिए प्रति यूनिट बिजली बेचने का अधिकतम रेट तय किया जाना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि देश वर्तमान में बिजली उत्पादन को प्रभावित करने वाले कोयले की गंभीर कमी से जूझ रहा है। ऐसे में बिजली डिस्कॉम टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (टीपीडीडीएल) के सीईओ गणेश श्रीनिवासन ने भी कहा है कि आने वाले दिनों में दिल्ली में रुक-रुक कर लोड शेडिंग हो सकती है। इस बीच, टीपीडीडीएल ने उत्तर और उत्तर पश्चिमी दिल्ली में स्थित अपने ग्राहकों को बिजली का विवेकपूर्ण उपयोग करने का आग्रह करते हुए एसएमएस भेजना शुरू कर दिया है।
साभार-हिस