नई दिल्ली, केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को झारखंड एम्स में आयुष भवन और रैन बसेरा का उद्घाटन किया। इसके साथ आयुष भवन में संस्थान की ओपीडी सेवाओं की भी शुरुआत की। इस अवसर पर स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा मंत्री, झारखंड बन्ना गुप्ता मौजूद थे।
इस मौके पर मनसुख मंडाविया ने कहा कि अब लोगों को देवघर में सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधाएं मिलेगी। उन्होंने कहा कि संस्थान न केवल देवघर के 15 लाख निवासियों बल्कि झारखंड के 3.19 करोड़ लोगों की भी चिकित्सा जरूरतों को पूरा करेगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने इस अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मजबूत नेतृत्व में केंद्र सरकार महामारी के दौरान हमेशा राज्यों के साथ खड़ी रही है। ईसीआरपी-1 और ईसीआरपी -II (आपातकालीन कोविड-19 रिस्पांस पैकेज) ने कोविड के लिए एक मजबूत सार्वजनिक स्वास्थ्य सिस्टम को बनाने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है। इसी तरह, प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (पीएमएसएसवाई) ने क्षेत्रीय असंतुलन को पाटने का काम किया है और पिछड़े राज्यों में गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा शिक्षा प्रदान कर रही है।
एम्स, देवघर के ओपीडी सुविधाओं में चिकित्सा और इसकी संबद्ध विशेषताएं शामिल हैं- सामान्य चिकित्सा, पल्मोनोलॉजी (टीबी और श्वसन रोग), मनोरोग, त्वचा विज्ञान (त्वचा), सर्जिकल और संबद्ध विशेषता- सामान्य सर्जरी, हड्डी रोग, ईएनटी, नेत्र विज्ञान, बाल रोग- नवजात और बच्चों का टीकाकरण, प्रसूति एवं स्त्री रोग, दंत चिकित्सा, विकृति विज्ञान और सूक्ष्म जीव विज्ञान, रेडियोलॉजी आदि।
इस मौके पर डॉ. भारती पवार ने कहा कि केंद्र सरकार ने 30 जनवरी 2020 को एक गजट अधिसूचना द्वारा झारखंड के देवघर में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान की स्थापना की है। यह जल्द ही 750 बिस्तरों वाला अस्पताल (30 आयुष बिस्तरों सहित) होगा और इसमें 100 एमबीबीएस सीटें और 60 नर्सिंग सीटें होंगी। उन्होंने यह भी कहा कि एम्स देवघर स्वास्थ्य और कल्याण में सरकार के निवेश का सबसे अच्छा उदाहरण है।
साभार – हिस