ॐ गंग गणपते नमः
दिनांक 11 अगस्त 2021
दिन – बुधवार
विक्रम संवत – 2078 (गुजरात – 2077)
शक संवत – 1943
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – वर्षा
मास – श्रावण
पक्ष – शुक्ल
तिथि – तृतीया शाम 04:53 तक तत्पश्चात चतुर्थी
नक्षत्र – पूर्वाफाल्गुनी सुबह 09:32 तक तत्पश्चात उत्तराफाल्गुनी
योग – शिव शाम 06:28 तक तत्पश्चात सिद्ध
राहुकाल – दोपहर 12:44 से दोपहर 02:21 तक
सूर्योदय – 06:17
सूर्यास्त – 19:10
जिलेवार सूर्योदय और सूर्यास्त के समय में अंतर संभव है
दिशाशूल – उत्तर दिशा में
व्रत पर्व विवरण – मधुश्रवा-ठकुरानी-हरियाली तृतीया
विशेष – तृतीया को परवल खाना शत्रुओं की वृद्धि करने वाला है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
चतुर्मास के दिनों में ताँबे व काँसे के पात्रों का उपयोग न करके अन्य धातुओं के पात्रों का उपयोग करना चाहिए।(स्कन्द पुराण)
चतुर्मास में पलाश के पत्तों की पत्तल पर भोजन करना पापनाशक है।
पंचक
: 22 अगस्त प्रात: 7.57 बजे से 26 अगस्त रात्रि 10.28 बजे तक
: 18 सितंबर दोपहर 3.26 बजे से 23 सितंबर प्रात: 6.45 बजे तक
एकादशी
18 अगस्त: श्रावण पुत्रदा एकादशी
सितंबर 2021: एकादशी व्रत
03 सितंबर: अजा एकादशी
17 सितंबर: परिवर्तिनी एकादशी
प्रदोष
20 अगस्त: प्रदोष व्रत
सितंबर 2021: प्रदोष व्रत
04 सितंबर: शनि प्रदोष
18 सितंबर: शनि प्रदोष व्रत
पूर्णिमा
अगस्त 2021
22 अगस्त रविवार श्रावण
सितंबर 2021
20 सितंबर सोमवार भाद्रपद
अमावस्या
8 अगस्त, रविवार श्रावण अमावस्या
07 सितंबर, मंगलवार भाद्रपद अमावस्या
शुभ दिनांक : 2, 11, 20, 29
शुभ अंक : 2, 11, 20, 29, 56, 65, 92
शुभ वर्ष : 2027, 2029, 2036
ईष्टदेव : भगवान शिव, बटुक भैरव
शुभ रंग : सफेद, हल्का नीला, सिल्वर ग्रे
पीड़ा सारी मिट गई लिया जो प्रभु का नाम।
गजब कृपा है आपकी रघुनंदन श्री राम।।
जय जय श्री राम, मर्यादा पुरुषोत्तम श्री रामचंद्र की जय!!
महादेव महादेव हर हर महादेव
शभर पी श्रीवास्तव