-
कछार जिला के धोलाई में भारी विरोध, वाहनों की आवाजाही पर लगी रोक
-
मिजोरम के मंत्री ताजा हालात को लेकर कर रहे बैठक
-
हमला करने के बाद जश्न मनाते दिखे मिजोरम पुलिस कर्मी
कछार (असम), असम-मिजोरम के सीमावर्ती लैलापुर इलाके में सोमवार को दोनों राज्यों के बीच उत्पन्न ताजा विवाद के चलते इन राज्यों में स्थिति बेहद गंभीर हो गयी है। दोनों राज्यों में सरकार और अधिकारी स्तर पर स्थिति को सामान्य बनाने और हालात को काबू में लाने के लिए बैठकों का दौर जारी है।
असम सरकार ने साफ किया है कि हिंसा में असम के कुल पांच पुलिस कर्मी की मौत हुई है। घटना के बाद यह बातें सामने आई थी कि छह पुलिस कर्मी और एक आम नागरिक की मौत हुई है। जबकि मुख्यमंत्री ने साफ किया है कि पांच पुलिस कर्मियों की मौत हुई है। किसी भी आम नागरिक की जान नहीं गयी है।
सीमा विवाद को लेकर कछार जिला के धोलाई थाना क्षेत्र में मंगलवार की सुबह से स्थानीय लोगों में भारी नाराजगी और तनाव देखी जा रहा है। भारी संख्या में लोग सड़क पर उतर कर मिजोरम के विरुद्ध जमकर नारेबाजी कर रहे हैं। साथ ही सड़क पर सड़क पर टायर जलाकर मिजोरम की ओर आने और जाने वाले वाहनों को पूरी तरह से रोक दिया है जिसकी वजह से ट्रक तथा अन्य वाहनों की लंबी कतार लग गयी है। स्थिति जल्द नहीं सुधरी तो मिजोरम में आने वाले दिनों में अत्यावश्यक सामानों की किल्लत उत्पन्न होने लगेगी। इस तरह की स्थिति पहले भी देखने को मिली थी।
मिली खबरों के अनुसार मिजोरम के गृह मंत्री, नागरिक एवं आपूर्ति मंत्री, शिक्षा मंत्री, सूचना एवं प्रसारण मंत्री तथा विधायक वैरांगटी के फॉरेस्ट रेस्ट हाउस में असम-मिजोरम सीमा विवाद की ताजा स्थिति पर चर्चा की। साथ ही इस स्थिति से बाहर निकलने के लिए आवश्यक कदम उठाने को लेकर रणनीति बनाने में जुट गये हैं। इन दोनों राज्यों के बीच स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है।
विवाद वाले इलाके में सीआरपीएफ की टुकड़ी को तैनात किया गया है। इसके बावजूद मिजोरम वाले इलाके में मिजोरम पुलिस की उपस्थिति देखी जा रही है। मिजोरम के कई सोशल मीडिया यूजर्स ने सोमवार की हिंसा से संबंधित वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया है, जिसमें असम पुलिस पर हमला करने के बाद मिजोरम पुलिस और उपद्रवी तत्व खुशी मनाते देखे जा रहे हैं। उनका व्यवहार ऐसा लग रहा है मानों उन्होंने किसी देश पर जीत हासिल की है।
असम के मुख्यमंत्री डॉ हिमंत बिस्व सरमा ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर एक वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा है कि यह बेहद दुखद और भयावह है। हाथों में मिजोरम पुलिस और स्थानीय उपद्रवी तत्व स्वचालित हथियार लहराते हुए जश्न मनाते देखे जा रहे हैं। इस वीडियो के वायरल होने के बाद असम में बेहद गुस्सा दिखाई दे रहा है। हालांकि, इस तरह के वीडियो की सच्चाई कितनी है यह कहना कठिन है।
मिजोरम पुलिस ने असम पुलिस पर कैसे हमला किया, कई संगठन सोशल मीडिया पर उसकी वीडियो शेयर कर तरह-तरह के कमेंट लिख रहे हैं। इतना ही नहीं इसको लेकर मिजोरम के संगठन द्वारा हैसटैग भी चलाया जा रहा है। इस तरह की गतिविधियों पर अगर रोक नहीं लगायी गयी तो दोनों राज्यों के बीच हालात सामान्य होने में काफी वक्त लगेगा। असम के लोगों का कहना है कि इस विवाद के पीछे मिजोरम की सरकार का हाथ है, वह जानबूझकर असम को नीचा दिखाने के लिए सभी तरह के हथकंडे अपना रही है। इस तरह के कृत्य से असम के लोगों के बीच मिजोरम के प्रति नफरत और बढ़ेगी।
साभार-हिस