अहमदाबाद, गुजरात राज्य के कई जिलों में बारिश हो रही है, जिससे फसलों को तो फायदा हुआ लेकिन बारिश के पानी से बाढ़ जैसे हालात बन गए। गुजरात में पिछले दो दिनों से बारिश के कारण अब तक 56 सड़कें बंद हो चुकी हैं। राज्य के कई गांवों में बिजली आपूर्ति ठप हुई है। राज्य में सौराष्ट्र में मूसलाधार बारिश और उत्तर, दक्षिण और मध्य गुजरात में भी अच्छी बारिश हुई। पिछले 12 घंटों में राज्य की 209 तहसील में बारिश हुई है। सबसे ज्यादा 7.25 इंच बारिश छोटाउदेपुर और लोधिका में दर्ज की गई। जामनगर के कालावाड़ में 6 इंच और कपराड़ा में 5 इंच बारिश हुई है। मौसम विभाग ने अभी उत्तरी, मध्य और दक्षिण गुजरात में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई गई है। भारी बारिश से राज्य की 56 सड़कों पर आवागमन बंद हो गया है। इन सड़कों में से 54 सड़क पंचाट हस्तक की है। एक स्टेट हाईवे जामनगर जिले का है। भारी बारिश के कारण वलसाड जिले में ही 30 सड़कें बंद कर दी गई हैं। दक्षिण गुजरात में डांग में 9, तापी में 5 और सूरत में 4 सड़कें बंद हैं। मध्य गुजरात और सौराष्ट्र में दाहोद, वडोदरा, राजकोट, जामनगर, जूनागढ़ में एक-एक सड़क बंद है, जबकि छोटाउदेपुर में दो रास्ते बंद हैं।
बारिश के आंकड़ों के लिहाज से छोटाउदपुर और लोधिका में पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा 7.25 इंच और क्वांट में 6.5 इंच बारिश हुई, जबकि 45 तहसील में दो इंच से ज्यादा बारिश हुई है। 94 तहसील में एक इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई है। इसके साथ ही, राजकोट जिले के सभी तहसील जैसे गोंडल, जेतपुर, राजकोट शहर और मोरबी पंथक मेघराजा में मन लगाकर बारिश हो रही है। अहमदाबाद में भी दिन भर हल्की बारिश हुई। पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा बारिश जूनागढ़, सुरेंद्रनगर, महिसागर, मेहसाणा, डांग, तापी, अरावली, पाटन, अहमदाबाद, खेड़ा, सूरत जिलों में दर्ज की गई है। साबरकांठा प्रांत में सबसे ज्यादा पांच इंच और मेहसाणा के उंझा में 3.50 इंच बारिश दर्ज की गई। वलसाड जिले के वापी में दो इंच और कपराड़ा में 4 घंटे में 5 इंच बारिश हुई। पंचमहल के गोधरा में 3 इंच, मोरवा (एच), जंबुघोड़ा में 2.5 इंच बारिश हुई।
मौसम विभाग ने अगले पांच दिन तक राज्यभर में भारी बारिश की संभावना जताई है। हालांकि मध्य गुजरात में अभी भी बारिश में गिरावट देखी गई है। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव और पश्चिमी विक्षोभ से राज्य में बारिश का माहौल बना है। मौसम विभाग ने मछुआरों को समुद्र में न जाने की भी हिदायत दी है। साथ ही निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को भी समुद्र से दूर रहने को कहा गया है।
साभार-हिस