Home / International / उत्तरी पाकिस्तान में बाढ़ और भूस्खलन से 344 की मौत, खैबर पख्तूनख्वा में सबसे अधिक तबाही

उत्तरी पाकिस्तान में बाढ़ और भूस्खलन से 344 की मौत, खैबर पख्तूनख्वा में सबसे अधिक तबाही

इस्लामाबाद ,पाकिस्तान। पाकिस्तान के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के अनुसार उत्तरी पाकिस्तान में 48 घंटों के दौरान तेज बरसात, बाढ़ और भूस्खलन में कम से कम 344 लोगों की मौत हो गई। प्रभावित इलाकों में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए राहत और बचाव अभियान जारी है। अकेले खैबर पख्तूनख्वा में 328 लोग मारे गए और दर्जनों घायल हुए हैं। गिलगित बाल्तिस्तान में 12 और पीओके में 11 लोगों की मौत हुई।

जियो न्यूज की खबर के अनुसार, एनडीएमए ने यह जानकारी शनिवार को दी। अधिकारियों ने कहा कि बुनेर, स्वात, मनसेहरा, बाजौर और बटग्राम सहित अन्य जिलों में घरों, दुकानों और सार्वजनिक संपत्ति को भारी नुकसान हुआ है। मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। बुनेर में मृतकों की संख्या 184 तक पहुंच जाने का उल्लेख करते हुए खैबर पख्तूनख्वा के प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (पीडीएमए) ने कहा कि बाढ़ प्रभावित जिलों के लिए 50 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं।

पीडीएमए ने बताया कि इसमें से 1.5 करोड़ रुपये बुनेर के लिए और 1 करोड़ रुपये बाजौर, बटग्राम और मनसेहरा (प्रत्येक) के लिए आवंटित किए गए हैं। स्वात सहित इन सभी जिलों को खैबर पख्तूनख्वा सरकार ने आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित किया है। प्रांतीय अधिकारियों के अनुसार लगभग 2,000 बचावकर्मी मलबे से शव निकालने और नौ प्रभावित जिलों में राहत अभियान में जुटे हुए हैं।

इससे पहले पीडीएमए ने आज सुबह कहा था कि खैबर पख्तूनख्वा के कई क्षेत्रों में कम से कम 307 लोगों की मौत हो गई और 23 घायल हो गए। बुनेर सबसे अधिक प्रभावित जिला है। इस जिले में 184 लोगों, शांगला में 36, बाजौर में 21, मनसेहरा में 23, स्वात में 22, बट्टाग्राम में 15, लोअर दीर में पांच और एबटाबाद में एक व्यक्ति की मौत हुई है। मृतकों में 279 पुरुष, 15 महिलाएं और 13 बच्चे शामिल हैं। इस दौरान 63 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त और 74 को आंशिक रूप से नुकसान पहुंचा है। साथ ही कई जिलों में स्कूल और पुल भी बह गए हैं। राहत और बचाव कार्य में जुटा प्रांतीय सरकार का एक हेलीकॉप्टर खराब मौसम की वजह से दुर्घटनाग्रस्त हो गया है।

द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर के अनुसार, पाकिस्तानी सेना और फ्रंटियर कोर ने बुनेर, स्वात और बाजौर में राहत अभियान शुरू किया है। सेना की टीमों को बाढ़ प्रभावित जिलों में भेजा गया है। हेलीकॉप्टर राशन और अन्य आवश्यक सामग्री पहुंचा रहे हैं। बताया गया है कि राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के निर्देश पर खैबर पख्तूनख्वा के बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत कार्यों की निगरानी के लिए एक टीम भेजी है। एनडीएमए अध्यक्ष ने कल शाम प्रधानमंत्री को स्थिति से अवगत कराया। एनडीएमए ने पर्यटकों को अगले पांच से छह दिनों तक इस क्षेत्र की यात्रा करने से बचने की सलाह दी गई है।

खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ राहत सामग्री पहुंचा रहा राज्य सरकार का एक हेलीकॉप्टर शुक्रवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे में चालक दल के सभी पांच सदस्यों की मौत हो गई। मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने बताया कि खराब मौसम के कारण संपर्क टूटने के बाद हेलीकॉप्टर मोहमंद जिले में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। वह बाजौर जिले के बाढ़ प्रभावित सलारजई इलाके के लिए रवाना हुआ था। मृतकों में दो पायलट भी शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि मोहमंद की पंडियाली तहसील में हेलीकॉप्टर का मलबा मिल गया है। उन्होंने पुष्टि की कि कोई भी जीवित नहीं बचा है।
साभार – हिस

Share this news

About desk

Check Also

अफगानिस्तान के कुनार प्रांत में भूकंप से अब तक 800 लोगों की मौत, 2500 घायल

काबुल। अफगानिस्तान के कुनार प्रांत में रविवार-सोमवार की दरमियानी रात को आए 6 तीव्रता के …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *