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श्रीजगन्नाथ मंदिर में प्रवेश के लिए कोरोना रिपोर्ट अनिवार्य करने का विरोध

  • अब तक राज्य में 6345705 लोगों की हुई है कोरोना जांच, तो अन्य कैसे करेंगे दर्शन

  • अनुमति मिलने पर स्थानीय लोगों के लिए 23 से तथा सभी भक्तों के लिए तीन जनवरी से खुल सकता है श्रीजगन्नाथ मंदिर

  • मंदिर में एक और दो जनवरी को महाप्रभु के नहीं होंगे दर्शन

प्रमोद कुमार प्रृष्टि, पुरी 

पुरी श्रीमंदिर में महाप्रभु श्री जगन्नाथ के दर्शन के लिए जिले के बाहर से आने वाले भक्तों के लिए कोरोना की निगेटिव जांच रिपोर्ट अनिवार्य की गयी है. इतना ही नहीं, खबर है 48 घंटे के दरमियान की जांच रिपोर्ट ही मान्य होगी. इसे लेकर भी कुछ सेवायतों ने नाराजगी जतायी है. उन्होंने कहा कि आज सूचना और जनसंपर्क विभाग ने जो कोरोना का डाटा साझा किया है, उसके अनुसार ओडिशा में सिर्फ 6345705 लोगों की कोरोना जांच हुई है, जबकि राज्य की आबादी 4.5 करोड़ से अधिक है. ऐसे में बाकी लोग कहां से कोरोना की निगेटिव जांच रिपोर्ट लायेंगे. सवाल यह भी उठा है कि जांच रिपोर्ट लोगों के हाथों में नहीं दी जाती है, तो ऐसे में वह रिपोर्ट कहां से लायेंगे. पुरी से बाहर और राज्य से बाहर आने वाले लोगों को दो दिन का वक्त लग जाता है, ऐसे में वह कहां से कोरोना पाजिटिव व निगेटिव जांच रिपोर्ट लायेंगे. सेवायतों ने कहा कि एक साजिश के तहत श्रद्धालुओं पर अप्रत्यक्ष रूप से पाबंदी लगायी जा रही है.

उल्लेखनीय है कि महाप्रभु श्रीजगन्नाथ का मंदिर भक्तों के लिए खोलने का फैसला अब राज्य सरकार के निर्णय पर टिका है. इसके लिए के लिए आगामी 2 दिनों के अंदर राज्य सरकार के पास सिफारिश भेजी जाएगी. पुरी में छतीसा नियोग की बैठक के पश्चात पुरी के श्रीजगन्नाथ मंदिर के मुख्य प्रशासक किशन कुमार ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि यदि राज्य सरकार इस सिफारिश के आधार पर मंदिर को खोलने का निर्णय लेती है, तो मंदिर प्रशासन इस दिशा में आगे की कार्रवाई तुरंत करेगा. उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर पाबंदियों के बीच श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे. स्थानीय भक्तों के लिए मंदिर आगामी 23 से 28 तक दर्शन के लिए खुल सकता है. कुमार ने कहा कि आगामी 23 से 28 के बीच पुरी के जगन्नाथ मंदिर खोलने के संबंध में निर्णय यदि लिया जाता है, तो पहले चार-पांच दिन पुरी के श्रद्धालुओं को ही दर्शन की अनुमति होगी. इसके बाद अंग्रेजी नववर्ष के अवसर पर लाखों श्रद्धालुओं को ध्यान में रखते हुए एक व दो जनवरी को इसे बंद रखा जायेगा. आगामी 3 जनवरी से सभी इलाकों के लोगों को प्रभु के दर्शन का अवसर मिलेगा.

पहले सप्ताह में 5000 लोगों को प्रतिदिन दर्शन कराये जाएंगें. यदि व्यवस्था सही रूप से चलती है, तो आने वाले दिनों में इस संख्या को आगे बढ़ाया जा सकता है. श्रीजगन्नाथ मंदिर जाने के बाद भी कोरोना के लेकर जो प्रतिबंध है, वह जारी रहेंगे. इसके साथ-साथ दर्शन के लिए भी एसओपी जारी की जाएगी. पुरी जगन्नाथ मंदिर में प्रवेश करने से पहले पुरी से बाहर के दर्शनार्थियों को कोरोना की निगेटिव जांच रिपोर्ट दिखानी पड़ेगी. साथ ही श्रद्धालुओं के लिए मास्क व सेनिटाइजर इस्तेमाल करना जरूरी होगा. सेनिटाइजर मंदिर के प्रवेश द्वार पर उपलब्ध कराया जाएगा. साथ ही द्वीप आदि मंदिर में लेने की अनुमति नहीं होगी. इसके साथ ही कुछ अन्य व्यवस्थाएं भी करनी पड़ेगी, वह इस बारे में सूचित किया जाएगा.

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