भुवनेश्वर – ओडिशा विधानसभा के वर्तमान सत्र को अपने निर्धारित समय से पूर्व समाप्त करने की राज्य सरकार योजना बना रही है। इस संबंध में चर्चा जोरों पर है। इस कारण राज्य सरकार इस पर स्पष्टीकरण प्रदान करे। प्रतिपक्ष के नेता प्रदीप्त नायक ने विधानसभा में यह मांग की। प्रश्नकाल समाप्त होने के बाद शून्यकाल में इस मुद्दे को उठाते हुए श्री नायक ने कहा कि ओडिशा विधानसभा का शीतकालीन सत्र 13 नवंबर से प्रारंभ होकर 19 दिसंबर को समाप्त होने के लिए विज्ञप्ति जारी की गई थी, लेकिन निर्धारित तिथि से पूर्व इस सत्र को समाप्त करने की योजना बनाये जाने की चर्चा है। सदन में बिजनेस नहीं है, यह कह कर सदन को बंद करने की योजना बनायी जा रही है। यदि ऐसा होता है तो यह अलोकतांत्रिक है तथा ज्वलंत मुद्दों से भागने के लिए बीजद सरकार इसे बंद करने का प्रयास कर रही है, ऐसा माना जा सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार के पास कितना बिजनेस है और सत्र कितने दिन चलाये जाने की आवश्यकता है, इसके बारे में क्या सरकार विज्ञप्ति जारी करने से पूर्व नहीं जानते थे। उन्होंने कहा कि प्रश्नकाल क्या कोई बिजनेस नहीं है। पूरक बजट पर चर्चा को कम क्यों किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आम लोगों से जुडे मुद्दों पर चर्चा करना विधानसभा का काम है। महिलाओं पर हो रहे अत्याचार, किसानों की धान बिक्री को लेकर व अन्य समस्याओं, कालिया योजना में किसानों की दी जा रही धनराशि के मामले में अनियमितता, प्रधानमंत्री आवास योजना में घोटाला आदि मुद्दों को लेकर सरकार का दृष्टिकोण क्या है यह अभी तक स्पष्ट नहीं है।
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