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ओडिशा में 24 घंटे में चार पाजिटिव, मरीजों की संख्या 83 हुई

  • तीन भद्रक के और एक जाजपुर का निवासी

  • पश्चिम बंगाल से आये हैं सभी मरीज

  • राज्य में मंगलवार को हुआ रिकार्ड संख्या में नमूनों का परीक्षण

  • ओडिशा में कोरोना से ठीक होने के बाद बंगाल के मरीज की मौत

भुवनेश्वर. ओडिशा में 24 घंटे में कोरोना पाजिटिव के चार मामले सामने आये हैं. इसके साथ ही राज्य में कुल कोरोना पाजिटिव की संख्या 83 हो गई है. राज्य के स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग द्वारा यह जानकारी दी गई है. आज सुबह तीन मामले भद्रक में आये थे, जबकि शाम को एक पाजिटिव जाजपुर में आया है. भद्रक जिला प्रशासन ने जानकारी दी है कि ये सभी कोरोना पाजिटिव मरीज भद्रक जिले के रहने वाले हैं. वे सभी भद्रक के वासुदेवपुर प्रखंड के हैं.

इन सभी लोगों की कोलकाता की ट्रैवेल हिस्ट्री रही है. राज्य के सूचना व जनसंपर्क विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, आज सुबह पाजिटिव पाये गये तीन मरीजों में 40 वर्षीय (पुरुष), 55 वर्षीय (महिला), 35 वर्षीय (पुरुष) शामिल हैं. ये सभी लोग पश्चिम बंगाल से लौटे थे. इससे पहले भद्रक में कोरोना पाजिटिव पाये गये लोगों के साथ आये थे. इसके साथ ही भद्रक जिले में कुल संक्रमितों की संख्या 11 हो गई है. इसमें से दो लोग स्वस्य़ हो चुके हैं. जिले में 9 सक्रिय मामले हैं.
इधर, शाम को जाजपुर में एक और नया मामला पाजिटिव आया है. यह 38 वर्षीय पुरुष भी पश्चिम बंगाल से आया है.
राज्य में मंगलवार को रिकार्ड संख्या में कोरोना के लिए नमूनों का परीक्षण किया गया. एक ही दिन में राज्य के विभिन्न स्थानों पर 2027 नमूनों का परीक्षण किया गया है. राज्य के स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग द्वारा ट्वीट कर यह जानकारी दी गई है. इसमें से भुवनेश्वर के आरएमआरसी में 1234, एम्स में 77, एससीबी में 378, एमकेसीजी में 41, विमसार में 33, आईएलएस में 192, आईजीएच में 51 तथा अपोलो में 21 नमूनों का परीक्षण किया गया है.
इधऱ, कोरोना से ठीक होने के बाद ओडिशा के अस्पताल में पश्चिम मेदिनीपुर जिले के बेल्दा के साउरी गांव के रहने वाले वृद्ध मरीज की मौत हो गयी है. परिवारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, मंगलवार की सुबह वृद्ध ने भुवनेश्वर कॉलेज इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस अस्पताल के कोविद वार्ड में अंतिम सांस ली. उनके परिवार के बाकी लोगों के क्वॉरेंटाइन में होने के कारण उनका अंतिम संस्कार भुवनेश्वर का स्थानीय प्रशासन करेगा. इसकी अनुमति वृद्ध के परिवार की ओर से दे दी गई है. ज्ञात हो कि डेथ सर्टिफिकेट में अस्पताल प्रशासन की ओर से लिखा गया है कि मौत की वजह ब्रेन ट्यूमर है.

पता चला है कि बीते महीनों पहले भुवनेश्वर के अपोलो अस्पताल में वृद्ध के ट्यूमर का ऑपरेशन हुआ था, लेकिन बीते दिनों तबीयत फिर बिगड़ने से उन्हें दोबारा पहले मेदिनीपुर व फिर भुवनेश्वर के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां आठ अप्रैल को जांच में वृद्ध कोरोना पाजिटिव पाया गया, जिसके तुरंत बाद उसे इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस के कोविड वार्ड में भेज दिया गया. इधर वृद्ध के परिवार के तमाम सदस्यों को क्वॉरेंटाइन में रख दिया गया व वृद्ध का इलाज शुरु हो गया, लेकिन बाद में वृद्ध की मौत हो गई, लेकिन डॉक्टरों ने डेथ सर्टिफिकेट में कोरोना नेगेटिव लिखते हुए मौत की वजह ब्रेन ट्यूमर को बताया.
इधर राज्य के जनसंपर्क और सूचना विभाग ने ट्विट कर बताया है कि मरीज कोरोना से ठीक हो गया था. लगातार दो बार की जांच में उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आयी थी. उसके कई अंग काम नहीं कर रहे थे.

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