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लक्ष्मी योजना के तहत चलने वाली बसों का मालिक गुजरात से, ओडिशा में विरोध

लक्ष्मी योजना के तहत चलने वाली बसों का मालिक गुजरात से, ओडिशा में विरोध

  • लक्ष्मी बस योजना के खिलाफ निजी बस मालिकों का प्रदर्शन

  • राज्य सरकार के खिलाफ जमकर की नारेबाजी

  • लक्ष्मी योजना के तहत बस सेवा को तत्काल बंद करने की मांग की

भुवनेश्वर।  ओडिशा में लोकेशन एक्सेसिबल मल्टीमॉडल इनिशिएटिव (लक्ष्मी योजना) के तहत चलने वाली बसों का मालिक गुजरात से हैं। इसे लेकर ओडिशा के निजी बस मालिकों ने विरोध जताया है और ओडिशा के लोगों को काम देने की मांग की है। बस सेवा और मो-बस की शुरुआत के खिलाफ अपना विरोध तेज करते हुए ऑल ओडिशा बस ओनर्स एसोसिएशन ने आज बुधवार को भुवनेश्वर में एक बड़ा प्रदर्शन किया।

सरकार ने अक्टूबर में दक्षिणी ओडिशा के कुछ जिलों में लक्ष्मी बस सेवा शुरू की। इससे निजी बस मालिक संघ नाराज हो गया और उसने इसका कड़ा विरोध किया। दशहरे के समय निजी बस मालिकों ने हड़ताल भी की थी, लेकिन बाद में परिवहन मंत्री के आश्वासन के बाद उन्होंने हड़ताल वापस ले ली थी। अब, ऑल ओडिशा बस ओनर्स एसोसिएशन निजी बस मालिकों के संगठन के समर्थन में आया है और आज यहां पीएमजी स्क्वायर पर धरना दिया।

यह विरोध 25 नवंबर को रायगड़ा में योजना के तहत 40 बसों की शुरुआत से पहले हुआ है। आंदोलनकारी बस मालिकों ने राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए लक्ष्मी योजना के तहत बस सेवा को तत्काल बंद करने की मांग की है। निजी बस मालिक लंबे समय से आरोप लगाते रहे हैं कि राज्य सरकार की ऐसी बस सेवा के कारण उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है।

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मीडिया से बात करते हुए, ऑल ओडिशा बस ओनर्स एसोसिएशन के बरडा आचार्य ने कहा कि वास्तव में सरकार ने हमें विरोध प्रदर्शन करने के लिए मजबूर किया। सरकार ने लक्ष्मी योजना के तहत बस मालिक के लिए बस किराया 86 रुपये और 76 रुपये प्रति किमी तय किया है। हमारी मांग है कि सरकार हमें लक्ष्मी के तहत निजी बस मालिकों के लिए निर्धारित बस किराया लेने की अनुमति दे। हम उन दरों पर बसें चलाएंगे। उन्होंने कहा कि लक्ष्मी योजना के तहत चलने वाली बस का मालिक गुजरात से है और उसने ऊपर उल्लिखित किराए की दर पर बसें चलाने के लिए ओडिशा सरकार के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किया है। हम इस सेवा और उचित किराये से वंचित रहे।

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