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अब नहीं काट पाएंगे ई-चालान और ना ही वसूल पाएंगे जुर्माना
भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार ने एएसआई ट्रैफिक के पॉवर को कम दिया है। अब वे किसी भी चालक को आंखें नहीं दिखा पाएंगे। राज्य परिवहन प्राधिकरण (एसटीए) ने इनसे मोटर वाहन अधिनियम के तहत जुर्माना वसूलने और ई-चालान जारी करने की शक्ति वापस ले ली।
एसटीए ने कहा कि अब से एएसआई ट्रैफिक न तो जुर्माना वसूल कर सकते हैं और न ही ई-चालान जारी कर सकते हैं और ना ही ट्रैफिक उल्लंघनकर्ताओं को दंडित कर सकते हैं।
एसटीए ने रायरंगपुर, बड़बिल और खुर्दा के सभी क्षेत्रीय और अतिरिक्त क्षेत्रीय परिवहन अधिकारियों को लिखे एक पत्र में अपना फरमान जारी किया है। बीते 13 सितंबर को एसटीए ने निर्देश जारी किया था कि ट्रैफिक एएसआई ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ जुर्माना काट सकते हैं और ई-चालान जारी कर सकते हैं।
अवैध रूप से जुर्माना वसूलने के लगे रहे थे आरोप
बताया जाता है कि यह निर्देश यातायात पुलिस कर्मियों पर बाइक चालकों से अवैध रूप से जुर्माना वसूलने के कई आरोपों के मद्देनजर आया है। आरोप लग रहे थे कि ट्रैफिक एएसआई बेवजह चालकों को परेशान करते हुए अवैध रूप से जुर्माना काट रहे हैं। चालान के नाम परेशान भी किया जाता था।
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अचनाक सामने आकर देते हैं हादसे को निमंत्रण
कई बार तो देखने को मिलता है कि ट्रैफिक पुलिस सड़क किनारे छुपकर खड़ी रहती है और अचानक दौड़कर गाड़ियों के सामने आ जाती है। ऐसी स्थिति में हादसे की संभावना प्रबल रहती है। चालकों का कहना है कि अगर जांच करनी ही है, तो छुपने की जरूरत क्यों पड़ती है। सीधे पर तौर पर बैरिकेडिंग करके ट्रैफिक पुलिस गाड़ियों के कागजों की जांच कर सकती है। चलती गाड़ी के सामने अचानक आने से नियंत्रण खोने की स्थिति बनी रहती है। ऐसी स्थिति में पीछे आ रही गाड़ियों के धक्का मारने की भी संभावना रहती है। चालकों ने इस प्रथा को भी खत्म करने की मांग की है।
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