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रूसी पर्यटकों की मौत की जांच को श्मशान घाट पहुंची क्राइम ब्रांच

  •  वैज्ञानिक दल ने अवशेष का सैंपल एकत्र किया

  • घटनास्थल से एंतोव की चप्पलें और उनके कमरे के एक शीशे से अंगुलियों के निशान भी एकत्र किये

भुवनेश्वर। रुसी सांसद तथा अरबपति पावेल एंतोव सहित दो रूसी पर्यटकों की मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए क्राइम ब्रांच ने जांच तेज कर दी है। क्राइम ब्रांच की एक टीम ने आज जांच के सिलसिले में रायगड़ा स्थित उस श्मशान घाट भी गयी, जहां दोनों रूसी पर्यटकों के शवों का अंतिम संस्कार किया गया था। जांच एजेंसी के सदस्यों श्मशान घाट से सैंपल एकत्र किया। जांच की ताजा अपडेट में बताया गया है कि आज क्राइम ब्रांच की टीम ने फोरेंसिक विभाग के सदस्यों के साथ सबसे पहले श्मशान घाट गयी। सैंपल लेने के बाद वे उस होटल में लौट आये, जहां पर्यटक रुके थे। वहां उन्होंने घटनाओं के क्रम का पता लगाने के लिए होटल के कर्मचारियों से पूछताछ की। मूल रूप से टीम ने कर्मचारियों से जानना चाहा कि उन्होंने उस दिन क्या देखा था और क्या उन्हें कुछ अप्राकृतिक लगा।
इस टीम ने इससे पहले कल रायगड़ा अस्पताल का दौरा किया था और वहां के चार कर्मचारियों से पूछताछ की थी। इसके अलावा सदस्यों ने घटनास्थल से एंतोव की चप्पलें और उनके कमरे (कमरा संख्या-203) के एक शीशे से अंगुलियों के निशान भी एकत्र किए थे।
जांच टीम का नेतृत्व कर रहे क्राइम ब्रांच के डीएसपी सरोज महंत ने कहा कि वैज्ञानिक दल ने श्मशान घाट से अवशेष एकत्र किए हैं। पूछताछ के दौरान एकत्रित अवशेषों का विश्लेषण किया जाएगा। हम प्रक्रिया की मांग के अनुसार आगे बढ़ रहे हैं। टीम ने उस जगह का भी निरीक्षण किया, जहां पावेल का शव पड़ा था। वैज्ञानिक टीम और फोटो ब्यूरो की सहायता से पूरे क्षेत्र का गहनता से जांच की गयी। स्पॉट मैप का विवरण स्पॉट के सभी प्रासंगिक संदर्भों को दर्शाते हुए तैयार किया गया था। पावेल की एक जोड़ी चप्पल मौके से बरामद की गई है।
वैज्ञानिक दल की सहायता से जांच दल ने कमरा नंबर 203 से साक्ष्य की तलाश की, जहां 21 दिसंबर को व्लादिमीर और पावेल ठहरे हुए थे।
टीम ने साइंटिफिक टीम की मदद से 22 दिसंबर की रात से पावेल के कमरे नंबर 309 में सबूतों की गहन तलाशी ली, जहां वे अकेले रह रहे थे।
पीने की गिलास और पानी की बोतलें जैसी सामग्रियां एकत्र की गईं। पीने के गिलास पर पाए गए फिंगरप्रिंट को ठीक से इकट्ठा किया गया था और आगे की कार्रवाई के लिए फोटो खींची गई थी।
गौरतलब है कि व्लादिमीर बुडानोव 22 दिसंबर को अपने होटल के कमरे में बेहोशी की हालत में पाये गये थे। बाद में जिला मुख्यालय अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। इसके बाद 24 दिसंबर को होटल की तीसरी मंजिल की छत से गिरने के बाद उनके रूममेट एंतोव की मौत हो गई थी। इन दोनों की मौत के बाद उनके अंतिम संस्कार को लेकर विवाद छिड़ गया है, क्योंकि उनके शवों को आग के हवाले कर दिया गया था। हालांकि, भारत में रूसी राजदूत डेनिस अलीपोव ने स्पष्ट किया कि मृतक युगल का अंतिम संस्कार करने में कुछ भी गलत नहीं था।

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