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गर्भनिरोधक तरीका अपनाने के मामले में शीर्ष राज्यों में ओडिशा

  •  ओडिशा, हिमाचल प्रदेश और पश्चिम बंगाल हैं बराबरी पर

  •  लगभग 74% जोड़े गर्भनिरोधक विधियों का कर रहे हैं उपयोग

भुवनेश्वर। भारत में परिवार नियोजन के प्रति लोगों के बीच जागरुकता बढ़ती नजर आ रही है। विवाहित जोड़े गर्भनिरोधक तरीकों को अपना रहे हैं। ऐसे तकीरों को अपनाने के मामले में शीर्ष राज्यों में ओडिशा भी शामिल है। इस बात का खुलासा एक सर्वे में हुआ है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-5 (एनएफएचएस) 2019-21 के अनुसार, भारत में लगभग 67% विवाहित जोड़े कम से कम एक गर्भनिरोधक विधि का उपयोग कर रहे हैं। शहरी क्षेत्रों में यह आंकड़ा 69.3% है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में 65.6% है।
हालांकि भारत में वर्तमान में विवाहित जोड़ों के बीच परिवार नियोजन की कुल मांग साल 2015-16 की 66% से बढ़कर साल 2019-21 में 76% हो गई। इसके अलावा साल 2015-16 और 2019-21 के बीच वर्तमान में विवाहित महिलाओं द्वारा आधुनिक गर्भनिरोधक का उपयोग 48% से बढ़कर 56% हो गया है।
38% महिला नसबंदी का करती हैं उपयोग
सर्वे के आंकड़ों के विश्लेषण से पता चला है कि वर्तमान में 15-49 वर्ष की आयु की विवाहित महिलाओं में 38% महिला नसबंदी का उपयोग करती हैं। इसके बाद 10 फीसदी पुरुष कंडोम और 5 फीसदी महिलाएं गोलियों का उपयोग करती हैं। 10 प्रतिशत पारंपरिक पद्धति का उपयोग करते हैं।
ओडिशा, हिमाचल प्रदेश और पश्चिम बंगाल बराबरी पर
सर्वे के आंकड़ों के विश्लेषण से पता चला है कि विवाहित जोड़ों के गर्भनिरोधक तरीकों को अपनाने के मामले में ओडिशा, हिमाचल प्रदेश और पश्चिम बंगाल बराबरी पर हैं। तीनों राज्यों में 74% जोड़े गर्भनिरोधक विधियों का उपयोग करते है। इसी तरह का आंकड़ा चंडीगढ़ (77%) और दिल्ली (76%) का हैं। इसके बाद बिहार (56%), लक्षद्वीप (53%)
लद्दाख (51%), मिजोरम (31%), मेघालय (27%) का स्थान है।

आधुनिक गर्भनिरोधक तरीकें हैं
आधुनिक तरीकों में पुरुष और महिला नसबंदी, इंजेक्शन, अंतर्गर्भाशयी उपकरण (आईयूडी/ पीपीआईयूडी), गर्भनिरोधक गोलियां, प्रत्यारोपण, महिला और पुरुष कंडोम, डायाफ्राम, फोम / जेली, स्टैंडर्ड डे मैथड, लैक्टेशनल एमेनोरिया मैथड और आपातकालीन गर्भनिरोधक शामिल हैं।

27 फीसदी अविवाहित जोड़े करते हैं कंडोम का प्रयोग
सर्वे के अनुसार, अविवाहित जोड़ों में कंडोम सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला तरीका है। लगभग 27% फीसदी अविवाहित जोड़े कंडोम का उपयोग करते हैं। इसके बाद महिला नसबंदी (21%) होती है। इन जोड़ों के बीच कंडोम के उपयोग की दर साल 2015-16 में 12% थी, जो साल 2019-21 में बढ़कर 27% हो गयी है।

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