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चालकों ने थामी पहियों की रफ्तार, परिवहन सेवा चरमराई, जनजीवन बेहाल

  •  विभिन्न मांगों को लेकर ओडिशा ड्राइवर्स एसोसिएशन के बैनर तले विरोध प्रदर्शन

  •  मांगें पूरी नहीं होने पर आंदोलन को तेज करने की चेतावनी

भुवनेश्वर. अपनी विभिन्न मांगों को लेकर ओडिशा ड्राइवर्स एसोसिएशन के बैनर तले आंदोलन पर उतरे चालकों ने आज राजधानी भुवनेश्वर में वाहनों के पहियों की रफ्तार थाम दी. इससे परिवहन सेवाएं बाधित होने के कारण सड़कों पर जनजीवन बेहाल हो गयी. राजधानी भुवनेश्वर के हर चौराहे पर इस आंदोलन का असर देखने को मिला. आज सुबह से ही यातायात सेवा बाधित रही.
अपनी मांगों को लेकर सैकड़ों सदस्यों ने रविवार से भुवनेश्वर के मास्टर कैंटीन स्क्वायर में रात भर धरना दिया और दुर्घटनाओं के कारण होने वाली मौतों के लिए सुरक्षा और बीमा कवर सहित कई मांगों को पूरा करने को लेकर आवाज बुलंद की. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि संघ ने कुछ महीने पहले राजधानी में एक विशाल रैली निकाली थी और अपनी मांगों को पूरा करने के लिए सरकार को एक ज्ञापन सौंपा था, लेकिन उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया. एसोसिएशन के सदस्यों ने जल्द से जल्द मांगों को पूरा नहीं करने पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है.
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि ओडिशा के सभी 30 जिलों के 314 प्रखंडों के चालक आज विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए हैं. हम अपनी मांगों के पूरा होने तक अपना विरोध जारी रखेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार झूठे वादे करके हमें धोखा दे रही है. हम राज्यभर में निर्बाध सेवा प्रदान कर रहे हैं, लेकिन किसी को भी हमारी चिंता नहीं है. हम तब तक शहर से बाहर नहीं जाएंगे, जब तक हमारे मांगें पूरी की जाती हैं.
एक अन्य आंदोलनकारी चालक ने कहा कि हमारी मांगें चालकों के लिए सुरक्षा और बीमा जैसी न्यूनतम हैं. लेकिन सरकार हमारी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दे रही है.
बस सेवाएं बाधित, यात्री परेशान
इस आंदोलन के कारण कटक और भुवनेश्वर शहर में कई मार्गों पर बस सेवाओं और वाहनों की आवाजाही बाधित हो गई थी. प्रदर्शनकारियों ने एजी स्क्वायर से लोअर पीएमजी स्क्वायर तक सड़क नाकाबंदी कर दी थी. हालांकि बाद में पुलिस से बातचीत के बाद उन्होंने अपना धरना वापस ले लिया.
राजधानी क्षेत्र शहरी परिवहन ने ट्विट कर बताया कि चालक महासंग की रैली के कारण कई मार्गों पर मो-बस सेवाएं बाधित हो गई हैं. जानकारी के अनुसार, रूट नंबर 10, 11, 12, 13, 16, 17, 20, 50 और 70 को पूरी तरह से रोक दिया गया था. साथ ही रूट संख्या 20, 21, 22ए, 23, 25, 27, 28, 30, 32, 33, 34 और 35 को डायवर्ट कर दिया गया था.
स्कूली छात्रों को हुई परेशानी
चालकों के प्रदर्शन के कारण स्कूली छात्रों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. चालकों के प्रदर्शन के कारण लगभग हर चौक-चौराहे पर यातायात सेवा बाधित रही. स्कूली वाहन चालकों को काफी घुमाकर वाहन लाना पड़ा. इससे भीषण गर्मी के बीच बच्चों को काफी परेशानियां हुईं.
आनलाइन कैब सेवा भी बाधित
राज्यभर के चालकों के प्रदर्शन के कारण आनलाइन कैब ओला, उबर, रैपिडो आदि की सेवाएं भी बाधित रहीं. अधिकांश रूटों पर प्रदर्शन और अन्य रूटों पर जाम के कारण कैब सेवाएं उपलब्ध नहीं हो पा रही थीं. इससे आनलाइन कैब सेवा उपभोक्ताओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.

चालकों की प्रमुख मांगें
चालक महासंघ की मांगों में ड्राइवरों की सुरक्षा के लिए एक विशेष कानून बनाना, राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर हर 100 किलोमीटर पर टॉयलेट का निर्माण और 55 वर्ष की आयु प्राप्त करने के बाद ड्राइवरों के लिए पेंशन शामिल है. अन्य मांगों में 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा, निश्चित वेतन, बच्चों के लिए उच्च शिक्षा की सुविधा, आवास की सुविधा आदि शामिल हैं.

सरकार ने दिया आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन
ओडिशा के परिवहन मंत्री पद्मनाभ बेहरा ने कहा कि प्रदर्शनकारियों के साथ चर्चा सफल रही है. उनकी मांगों को पूरा करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि हम आकलन करेंगे कि अन्य राज्य सरकारों ने अपने ड्राइवरों के लिए क्या कदम उठाए हैं. इस उद्देश्य के लिए विशेष टीमों का गठन किया गया है और उनकी टिप्पणियों के अनुसार, तीन महीने के भीतर आवश्यक कदम उठाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि भुवनेश्वर में विरोध प्रदर्शन कर रहे ड्राइवरों के साथ चर्चा के बाद सरकार द्वारा यह निर्णय लिया गया है.

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