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त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव प्रचार करने वाले मंत्रियों की बढ़ रहीं मुश्किलें

  •  झेलना पड़ रहा है विकास नहीं होने से नाराज लोगों के गुस्से का इजहार

भुवनेश्वर. ओडिशा में बीते 22 सालों से सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) के नेताओं को आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए प्रचार के दौरान मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. नेताओं और मंत्रियों को विकास नहीं होने के कारण नाराज लोगों के गुस्से के इजहार का सामना करना पड़ रहा है. उम्मीदवारों के लिए प्रचार करते समय उनको लोगों की आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है. राज्य के जनशिक्षा मंत्री और खेल मंत्री के बाद बीजद के वरिष्ठ नेता और विधायक देवी प्रसाद मिश्र को ऐसा ही विरोध और आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है.
बारम्बा थानांतर्गत गोवर्धनपुर में बनाया गया एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें बीजद के वरिष्ठ नेता और विधायक देवी प्रसाद मिश्र को ग्रामीणों ने घेर रखा है और उनसे क्षेत्र में पेयजल की कमी और आवास योजना भ्रष्टाचार पर सवाल उठाया है.
गोवर्धनपुर निवासी बिचित्रानंद पांड ने कहा कि लोग हमारे गांव के विकास के बारे में सवाल पूछ रहे हैं. विधायक को लगभग सभी गांवों में लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि, मिश्र ने जनता की नाराजगी से इनकार किया और कहा कि कोई गुस्सा नहीं है. जहां तक गोवर्धनपुर का सवाल है, मैंने उनकी शिकायत के निवारण के लिए खुद उन्हें बुलाया था.
उल्लेखनीय है कि यह एकमात्र ऐसी घटना नहीं है, जिसमें मिश्र का घेराव किया गया हो. इससे पहले 28 दिसंबर, 2021 को मिश्र को कथित तौर पर पार्टी टिकटों के वितरण को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं के गुस्से का सामना करना पड़ा था.
इसके बाद आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान विरोध का एक ऐसा दृश्य निमापड़ा से देखने में आया था, जहां बीजद नेता और स्कूल एवं जनशिक्षा मंत्री समीर रंजन दाश से लोगों ने विभिन्न मुद्दों को लेकर घेरा था. हालांकि स्पष्टीकरण में मंत्री दाश ने कहा कि वे सभी मुझसे प्यार करते हैं. कोरोना की स्थिति के कारण कुछ लाभार्थियों को अब तक आवास योजना के तहत घर नहीं मिल सका है. वे सिर्फ अपनी शिकायतों को रख रहे थे.
इसके बाद खेल और युवा मामलों के राज्य मंत्री तुषारकांति बेहरा बाइक से काकटपुर के बोईताकुड़ा जा रहे थे. इस दौरान स्थानीय लोगों ने उन्हें गांव में प्रवेश करने से रोक दिया था. यहां लोगों में जर्जर सड़क को लेकर आक्रोश है. प्रशासन व नेताओं से बार-बार अनुरोध करने के बाद भी वर्षों से इस सड़क की मरम्मत नहीं की गई है. हालांकि मंत्री की टिप्पणी नहीं मिल पायी है. इधर, एक स्थानीय ने कहा कि हमने मंत्री को सड़क पर रोका और उनसे आश्वासन की उम्मीद की, लेकिन उन्होंने हमें एक पर्ची दी और चले गये. इस ग्रामीण ने मीडिया से कहा कि सड़क नहीं बनी तो हम इस चुनाव का बहिष्कार करेंगे.
इसी तरह से पश्चिम ओडिशा में बीजद विधायक सरोज मेहर को भी बलांगीर के बेलपड़ा ब्लॉक के कंधेनझुला में एक जनसभा में शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा था. यहां लोगों ने उनसे स्थानीय क्षेत्र के विकास और पंचायत में बुनियादी सुविधाओं की कमी के बारे में सवाल किया था. क्षेत्र में विकास नहीं होने के कारण लोगों में गुस्सा बढ़ते ही जा रहा है.
उल्लेखनीय है कि राज्य में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 16 फरवरी से होंगे. मतदान 16, 18, 20, 22 और 24 फरवरी को प्रत्येक तिथि के बीच एक दिन के अंतराल के साथ होगा.

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