Home / Odisha / एम्स भुवनेश्वर 7 फरवरी से ओपीडी सेवाएं फिर से शुरू करेगा

एम्स भुवनेश्वर 7 फरवरी से ओपीडी सेवाएं फिर से शुरू करेगा

  • वॉक-इन ओपीडी बंद होने के बावजूद एम्स भुवनेश्वर में 18 दिनों में 12,414 मरीजों का इलाज

भुवनेश्वर. एम्स भुवनेश्वर 7 फरवरी सोमवार से वॉक-इन ओपीडी सेवाएं फिर से शुरू करेगा. एम्स भुवनेश्वर के चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर डॉ. एसएन मोहंती ने कहा कि हाल के दिनों में कोविद के मामलों में कमी और ओपीडी को खोलने की मांग को देखते हुए 7 फरवरी (सोमवार) से वॉक-इन-ओपीडी को फिर से शुरू करने का निर्णय लिया गया है. महामारी के घटते चलन पर चर्चा करते हुए राष्ट्रीय संस्थान की कोविद समिति की बैठक में ओपीडी खोलने का निर्णय लिया गया है.

सभी विभागों को कोविद दिशा-निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है और ओपीडी कार्यक्रम का पहले की तरह पालन किया जाएगा. सभी विभागों को नए दाखिले के मामलों (संदिग्ध) के लिए प्रत्येक वार्ड में 4-5 बेड आरक्षित करने का भी निर्देश दिया गया है. इसी तरह एम.एस. डॉ. मोहंती ने बताया कि एम्स भुवनेश्वर स्वास्थ्य ऐप और टेलीमेडिसिन के माध्यम से मरीजों की समग्र नियमित जांच जारी रहेगी. सभी आईपीडी दाखिले और ओटी पहले (कोविद से पूर्व) की तरह काम करेंगे. डॉ. मोहंती ने कहा कि कोविड लेबर रूम एक सप्ताह तक चलता रहेगा.

एम्स भुवनेश्वर को कोविद-19 के अचानक बढ़ने के मद्देनजर 17 जनवरी से वॉक-एन ओपीडी बंद होने के बावजूद टेलीमेडिसिन और एम्स भुवनेश्वर स्वास्थ्य ऐप के माध्यम से डॉक्टरों से परामर्श करने के बाद 17 जनवरी से 3 फरवरी तक 12,414 बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) के मरीज मिले हैं. मामले टेलीमेडिसिन और स्वास्थ्य ऐप के माध्यम से स्क्रीनिंग के बाद, जिन्हें शारीरिक परामर्श की आवश्यकता होती है, उन्हें ओपीडी में बुलाया जाता है. चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एस एन मोहंती ने बताया कि जरूरत पड़ने पर उन्हें इलाज के लिए इनडोर सुविधाओं में भर्ती किया जा रहा है. डॉ. मोहंती ने कहा कि अस्पताल ने ओपीडी सेवाओं को बंद करने के बावजूद पीएसी और दर्द क्लिनिक में डायलिसिस, कीमोथेरेपी, रेडियोथेरेपी, कोविद टीकाकरण, टीकाकरण और रोगी देखभाल की प्रभावशाली संख्या का प्रदर्शन किया है. इसी तरह, अस्पताल भी कोविद रोगियों को भी उपचार की सुविधा प्रदान कर रहा है.

एम्स भुवनेश्वर ने 17 जनवरी, 2022 से अपनी वॉक-इन ओपीडी सेवाओं को कोविद-19 स्थिति में काफी वृद्धि के कारण अस्थायी अवधि के लिए बंद कर दिया था. लेकिन इसने डे-केयर, रेडियोथेरेपी, डायलिसिस, ट्रॉमा एंड इमरजेंसी, इमरजेंसी और लाइफ सेविंग सर्जरी, टेली-मेडिसिन और टेलीकंसल्टेशन सर्विस, आईपीडी सर्विस, कोविद टीकाकरण सेवा, पुराने पंजीकृत मरीजों के लिए टीकाकरण (बुधवार और शुक्रवार) जैसी आपातकालीन सेवाओं को जारी रखा था. और पीला बुखार (गुरुवार), पल्मोनरी (टीकाकरण आरएमआरसी), एनेस्थिसियोलॉजी (पीएसी और दर्द क्लिनिक) आदि पहले की तरह.

यहां यह ध्यान दिया जा सकता है कि पिछली दो लहरों के दौरान एम्स भुवनेश्वर ने सफलतापूर्वक कोविद और गैर-कोविद देखभाल दोनों को कुशलतापूर्वक प्रबंधित किया है. इस बार भी स्थिति का सामना करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं

Share this news

About desk

Check Also

BHAJANLAL SHARMA

ओडिशा के 6 हजार 412 गांवों तक सड़कें नहीं – भजनलाल शर्मा

कहा-नवीन पटनायक ने ओडिशा को 50 साल पीछे धकेला भुवनेश्वर। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *