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उत्कृष्ट सेवा के लिए राज्यपाल पदक से सम्मानित हुए एसपी चरण सिंह मीणा

  • सेवा एवं मानवीयता की मिशाल पेश करने के साथ ही अपराधियों एवं नशा तस्करों की तोड़ चुके हैं कमर

  • वरिष्ठ नागरिकों को सम्मान तो क्रुरता एवं अराजक लोगों के खिलाफ अपनाते हैं सख्त नीति

शेषनाथ राय, भुवनेश्वर

समाज के सामने सेवा एवं मानवीयता के उत्कृष्ट उदाहरण पेश करने के साथ ही अपराधियों एवं नशा तस्करों की कमर तोड़ चुके भद्रक के पुलिस अधीक्षक चरण सिंह मीणा को राज्यपाल पदक से सम्मानित किया गया है। ओडिशा के गजपति, कोरापुट, जाजपुर एवं भद्रक आदि जिलों में एसपी मीणा ने प्रशासनिक सेवा क्षेत्र के साथ ही मानवतापूर्ण सेवा के क्षेत्र में एक नजीर पेश की है, जिसका वीडियो सोसल मीडिया में वायरल हो चुके हैं। उनके वीडियो सोशियल मीडिया में वायरल हुआ था, जिसमें एसपी ने सड़क दुर्घटना में घायल होकर सड़क पर अपने बेटे के साथ पड़ी एक बुजुर्ग महिला को खुद पानी एवं दुध पिलाने के साथ अस्पताल पहुंचाया था, जिसकी चर्चा आज भी लोग करते हैं।

खबरों के मुताबिक, युवा एसपी गाबा शाही वीआईपी लेन स्थित अपने सरकारी आवास पर लौट रहे थे। बीच रास्ते में, उन्होंने देखा कि एक बुजुर्ग महिला और उसका बेटा मोटरसाइकिल से गिर गए हैं, जिस पर वे यात्रा कर रहे थे। एसपी फौरन अपने सरकारी वाहन से उतरे और उन्हें बचाने के लिए दौड़ पड़े। एसपी ने पास के घर की कुर्सी पर उनकी ममतामयी आकृति को आराम देने में मदद की और घर के मालिक से पानी भी मांगा। वह चिन्ता न करें बुजुर्ग महिला को दूध पिलाते और सांत्वना देते हुए देखा गया। अधिकांश दर्शकों को इस तरह के दृश्य से अचंभित देखा गया, क्योंकि उन्होंने एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी से इसकी उम्मीद नहीं की थी और वह भी जिले के एक शीर्ष पुलिस वाले से, क्योंकि एक पुलिसकर्मी का मानवीय चेहरा आम तौर पर अप्रत्याशित माना जाता है। आईपीएस अधिकारी के इस अच्छे कार्य ने पुलिस के प्रति गलतफहमी को दूर करने और एक स्पष्ट और जोरदार संदेश भेजने के लिए एक उदाहरण स्थापित किया है कि एक पुलिसकर्मी भी एक इंसान है और उसका दिल न केवल साथियों के लिए, बल्कि अन्य जीवित प्राणियों को परेशानी में देखने के बाद भी दुखता है।

अभियान चलाकर 54 ड्रग तस्करों को किया है गिरफ्तार

आईपीएस अधिकारी चरण सिंह मीणा 31 दिसम्बर 2020 से भद्रक जिले में पुलिस अधीक के तौर पर कार्यरत हैं। केवल मानवीय सेवा ही नहीं, बल्कि भद्रक जिले का दायित्व संभालने के बाद नशा तस्करों की भी कमर तोड़कर रख दी है। जिला पुलिस ने मादक द्रव्य विरोधी अभियान शुरू किया है और इस वर्ष नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत 23 मामले दर्ज किए गए हैं। चार किलो ब्राउन शुगर और 31 किलो गांजा, 5.734 किलो ब्राउन शुगर जब्त किया गया है और 54 ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया गया है।

जानकारी के मुताबिक, एसपी चरण सिंह मीणा जुलाई 2012 से अगस्त 2014 तक गजपति जिले में, सितम्बर 2014 से जून 2017 तक कोरापुट जिले में, जुलाई 2017 से दिसंबर 2020 तक जाजपुर जिले में पुलिस अधीक्षक के तौर पर अपने सेवाएं दे चुके हैं। इन जिलों में आज भी लोग कानून व्यवस्था एवं मानवीय सेवा के लिए उन्हें याद करते हैं।

वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान एवं असामाजिकता के खिलाफ सख्ती हमारी नीति का अहम हिस्सा – मीणा

एसपी चरण सिंह मीणा ने कहा है कि वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान तथा क्रूरता एवं असामाजिक लोगों के खिलाफ सख्ती से निपटना हमारी नीति का अहम हिस्सा है। यहां उल्लेखनीय है कि एसपी चरण सिंह मीना राजस्थान प्रदेश के सवाई माधवपुर जिले के रहने वाले हैं। एसपी मीना जयपुर से स्नातक एवं स्नातकोत्तर की शिक्षा ली है। उनके पिता किसान हैं।

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