अभियान में जुटे जयप्रकाश सिंह, टूना पांडेय, सौरभ कुमार सिप्पी, अशोक कुमार महतों, गुलशन कुमार एवं राम उदय महतों आदि ने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण का वर्षो पुराना सपना साकार हो रहा है। इस कार्य के लिए हम सब तन-मन-धन से सहयोग कर रहे हैं। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर ऐतिहासिक होगा और मंदिर का निर्माण पूरे देश के लोगों के सहयोग से यह कार्य पूरा होगा। आयोध्या में प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर बने ऐसा सन्त-सत्पुरुषों का संकल्प था, जो पूरा हो रहा है। विश्व के समक्ष उपस्थित विकृत पर्यावरण की चुनौती को श्रीराम की तरह जीवन जीकर ठीक किया जा सकता है।
देश में सामाजिक असमानता एक गंभीर समस्या है, लेकिन सामाजिक समरसता का श्रीराम से बड़ा कोई अन्य उदाहरण नहीं है। निषाद की सहायता से उन्होंने नदी पार की। जिस कुटिया में श्रीराम रहे उसका भी निर्माण निषाद राज ने ही किया था। वर्तमान परिप्रेक्ष्य में महिला सशक्तिकरण बड़ा विषय है। लेकिन, श्रीराम ने अहिल्या जैसी उपेक्षिता नारी का उद्धार किया, शबरी के जूठे बेर खाए। धर्म और अधर्म की लड़ाई में किसी राज्य का सहयोग ले सकते थे, लेकिन उपेक्षितों को सहयोगी बनाकर विजय प्राप्त किया। ऐसे मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम के मंदिर निर्माण में हर वर्ग गरीब-अमीर सबका सहयोग मिल रहा है। दाता जय श्रीराम के जयघोष के साथ सामर्थ्य के अनुसार राशि समर्पण कर रहे हैं।
साभार-हिस
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