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राष्ट्रपति मुर्मू ने कलाक्षेत्र से कई परियोजनाओं की रखी आधारशिला

  • आईओसीएल के रेलहेड डिपो और दो राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन

  • 100 मॉडल माध्यमिक विद्यालयों व 3000 आदर्श आंगनबाड़ी केंद्रों का शिलान्यास

  • लमडिंग पास से शोखुवि (नगालैंड) व मेंदीपाथर (मेघालय) तक ट्रेन का शुभारंभ

गुवाहाटी, देश की सर्वोच्च पद पर आसीन होने के बाद पहली बार दो दिवसीय असम दौरे पर गुवाहाटी पहुंचीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दूसरे दिन शुक्रवार को गुवाहाटी के श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र में आयोजित एक समारोह में भाग लिया और वर्चुअल तरीके से कई परियोजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन किया।
उन्होंने कलाक्षेत्र से असम सरकार और केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और रेलवे मंत्रालय से जुड़ी विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इनमें सिलचर के मैनारबंद में इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के रेलहेड डिपो का उद्घाटन और दो राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन, असम के चाय बागान क्षेत्र में 100 मॉडल माध्यमिक विद्यालयों की आधारशिला, 3000 आदर्श आंगनबाड़ी केंद्रों का शिलान्यास, दो राजमार्ग परियोजनाओं की आधारशिला और गुवाहाटी के अगियाठुरी में आधुनिक कार्गो-कोचिंग टर्मिनल की आधारशिला रखना शामिल है। राष्ट्रपति ने गुवाहाटी से लमडिंग पास से शोखुवि (नगालैंड) और मेंदीपाथर (मेघालय) तक एक ट्रेन का भी शुभारंभ किया।

इस अवसर पर राष्ट्रपति ने स्वास्थ्य, शिक्षा, रेलवे, सड़क निर्माण, पेट्रोलियम और महिला सशक्तिकरण से संबंधित परियोजनाओं की सफलता की कामना की। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इन योजनाओं के सफल कार्यान्वयन से व्यापार और रोजगार के नए अवसर उपलब्ध होंगे, परिवहन सुविधाएं बढ़ेंगी और असम सहित पूर्वोत्तर में अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।

राष्ट्रपति ने कहा कि बेहतर बुनियादी ढांचा किसी भी राज्य के विकास की नींव है। पूर्वोत्तर भारत की ‘एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ के केंद्र में है। उन्होंने इस क्षेत्र में बुनियादी ढांचे और कनेक्टिविटी पर केंद्र सरकार द्वारा विशेष ध्यान देने पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि असम के विकास को पूरे पूर्वोत्तर के लिए विकास का इंजन माना जा सकता है।

राष्ट्रपति ने कहा कि पूर्वोत्तर प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध है। उन्होंने कहा कि भारत के कुल कच्चे तेल के उत्पादन में असम का योगदान 13 प्रतिशत है। इसके अलावा, भारत के कुल प्राकृतिक गैस उत्पादन का 15 प्रतिशत पूर्वोत्तर से आता है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि आज मैनारबंद में उद्घाटन किए गए अत्याधुनिक डिपो से बराक घाटी के साथ-साथ त्रिपुरा, मणिपुर और मिजोरम में पेट्रोलियम उत्पादों की आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद मिलेगी।

राष्ट्रपति ने कहा कि केन्द्र सरकार ने असम सहित सभी पूर्वोत्तर राज्यों में सड़क और रेल संपर्क पर विशेष ध्यान दिया है। उन्होंने उल्लेख किया कि सड़कों और रेलवे से संबंधित विभिन्न परियोजनाएं, जिनका शिलान्यास/उद्घाटन किया गया है, इस क्षेत्र में व्यापार और परिवहन सुविधाओं को बढ़ाने के साथ-साथ पर्यटन के अवसरों को भी बढ़ाएंगे।

राष्ट्रपति ने कहा कि महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा तथा परिवेश का विकास एक सभ्य समाज की निशानी है। असम में महिलाओं और बच्चों के लिए विभिन्न सेवाओं को और सशक्त बनाने के लिए आज शुरू किए गए 3000 मॉडल आंगनवाड़ी केंद्रों को एक सराहनीय पहल माना जाता है। उन्होंने चाय बागान श्रमिकों के बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से 100 मॉडल माध्यमिक विद्यालयों की आधारशिला रखने पर संतोष व्यक्त किया।

इस मौके पर असम के राज्यपाल प्रो. जगदीश मुखी, मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा, केंद्रीय राज्य मंत्री रामेश्वर तेली, असम सरकार के मंत्री डॉ. रनोज पेगू, असम सरकार के मंत्री बिमल बोरा समेत अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।
साभार-हिस

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