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अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय राजनीति के प्राण पुरुष थे: कैलाश विजयवर्गीय

देहरादून, सुशासन दिवस पर भाजपा प्रदेश मुख्यालय में अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म जयंती पर विशेष कार्यक्रम कर उन्हें पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

शनिवार को इस हुए कार्यक्रम में भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने उनका स्मरण करते हुए कहा कि आज के दिन का जो महत्व है, उसे संपूर्ण विश्व सुशासन दिवस के रूप में मना रहा है। मेरा सौभाग्य रहा कि मैंने उनके साथ प्रवास भी किया और कार्य काम भी किया। विद्यार्थी परिषद में उनके सानिध्य में अनेक बार बतौर एक छात्र की तरह मार्गदर्शन मिला। वह सहजता, सरलता और देश के उत्कर्ष के राजनीति के लिए निरंतर चिंतित रहते थे। विश्व मंच पर जिस प्रकार उन्होंने देश का नेतृत्व किया वह आज सभी के लिए अनुकरणीय हैं।
उन्होंने कहा कि तत्कालीन भारत के प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव ने जब उन्हें विश्व में भारत का नेतृत्व करने के लिए भेजा तो उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री और सरकार की विश्व पटल पर प्रशंसा की तो कुछ पत्रकारों ने उस समय अटल बिहारी वाजपेयी से यह प्रश्न किया कि आपने भारत सरकार और प्रधानमंत्री की तारीफ की जबकि आप विपक्ष के नेता हैं तो उन्होंने कहा कि मैं पार्टी का झंडा पार्टी मुख्यालय में छोड़ कर आया हूं और भारत के झंडे को अपने साथ लेकर आया हूं। इतने महान व्यक्तित्व के धनी अटल जी ही हो सकते थे।

एक सर्वसम्मत नेता के रूप में अटल जी ने दुनिया में अपनी विशेष पहचान कायम की। हालांकि अधिक वर्षों तक वह प्रतिपक्ष में रहे और सरकार के जनविरोधी निर्णयों की मुखालफत करते व जनहित में रचनात्मक सुझाव देते और सरकार के अच्छे कार्यों की प्रशंसा भी करते। वह अपने भाषणों से करोड़ों लोगों को मंत्रमुग्ध कर देते थे। उनकी विचारधारा प्रखर राष्ट्रवादी थी, जिसने राष्ट्र के करोड़ों लोगों को प्रेरणा दी। वह अपने उद्बोधन में अक्सर कहा करते थे, यह देश जमीन का टुकड़ा मात्र नहीं है, बल्कि जीता जागता राष्ट्र पुरुष है। इस पावन धरती का कंकर-कंकर शंकर है, बूंद-बूंद गंगाजल है। भारत के लिए हंसते-हंसते प्राण न्यौछावर करने में गौरव और गर्व का अनुभव करूंगा।

विजयवर्गीय ने प्रधानमंत्री मोदी जी का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का उत्तराखंड के प्रति एक विशेष लगाव और स्नेह है। उन्होंने जीवन के कुछ महत्वपूर्ण क्षण उत्तराखंड के केदारनाथ में गुजरा और वह केदारनाथ से विशेष लगाव भी रखते हैं। यह आप सभी उत्तराखंड वासी देखते भी हैं और वह उत्तराखंड की भौगोलिक परिस्थितियों के लिए भी हमेशा चिंतित रहते हैं और यहां से हमेशा संपर्क और संवाद निरंतर समय देते हैं।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि आपातकाल के बाद 1977 में हुए लोकसभा चुनाव में जनता पार्टी की जीत हुई थी और वे मोरारजी भाई देसाई के नेतृत्व वाली सरकार में विदेश मामलों के मंत्री बने। विदेश मंत्री बनने के बाद वाजपेयी पहले ऐसे नेता थे, जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा को हिंदी भाषा में संबोधित किया।
शौर्य डोभाल ने कहा जब हम अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हैं तो राजनीतिक व्यक्ति होने के नाते मूल्य आधारित राजनीति का विचार हम सभी के सामने आता है। आज विश्व उनके राजनीतिक मूल्यों का अनुसरण कर रहा है और इस विचार से ही आज भारतीय जनता पार्टी केंद्र में और अनेक राज्यों में स्थापित हुई है। कार्यक्रम का संचालन प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने किया।
इस अवसर पर राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, राष्ट्रीय महिला मोर्चा के उपाध्यक्ष प्रदेश पूजा, चुनाव सह प्रभारी सरदार आरपी सिंह, प्रदेश महामंत्री (संगठन) अजेय, प्रदेश कोषाध्यक्ष पुनीत मित्तल, प्रदेश उपाध्यक्ष अनिल गोयल, ज्योति प्रसाद गैरोला, प्रदेश महामंत्री राजेंद्र भंडारी, प्रदेश कार्यालय सचिव कौस्तुभ आनंद जोशी, पदाधिकारी गण, विशिष्ट महानुभाव व कार्यकर्ता उपस्थित थे।
साभार-हिस

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