भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनावों को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने पांच सचियां जारी कर 230 सीटों में 228 पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिये हैं, जबकि दो सीटें-गुना और विदिशा को होल्ड पर रखा गया है। पार्टी द्वारा घोषित 228 सीटों में 22 पर उम्मीदवारों का कार्यकर्ताओं द्वारा विरोध किया जा रहा है। कार्यकर्ता नारेबाजी और पुतला दहन कर अपनी नाराजगी जता रहे हैं। इनमें से छह सीटें तो ऐसी हैं, जहां से खुलकर बगावत सामने आई है।
इसी क्रम में चंबल अंचल के वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व मंत्री रुस्तम सिंह ने सोमवार को भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इसके साथ ही वे बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में शामिल हो गए। रुस्तम सिंह अपने बेटे राकेश सिंह के लिए मुरैना से टिकट मांग रहे थे, लेकिन पार्टी ने यहां से रघुराज कंषाना को मौका दिया है। कंषाना 2018 के चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर विधायक बने थे। इसके बाद वे ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भाजपा में आ गए थे। उपचुनाव में कांग्रेस के राकेश मावई से हार का सामना करना पड़ा था। रुस्तम सिंह के बेटे राकेश सिंह मुरैना से बसपा प्रत्याशी हैं।
इससे पहले रविवार को ग्वालियर में भाजपा कार्यकर्ता केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की कार के सामने लेट गए। बुरहानपुर में दिवंगत सांसद नंदकुमार सिंह चौहान के बेटे हर्षवर्धन सिंह ने शक्ति प्रदर्शन किया। पूर्व मंत्री रंजना बघेल ने कहा कि कैलाश विजयवर्गीय ने मेरा टिकट कटवाया है। पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा ने अपने मामा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कविता ‘रार नहीं ठानूंगा, हार नहीं मानूंगा…’ पोस्ट कर गुस्सा जाहिर किया। भोपाल में पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता के समर्थकों ने प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को घेरा। देर शाम मंडल स्तर के 17 पदाधिकारियों ने सबनानी के विरोध में इस्तीफा दिया।
उम्मीदवारों के विरोध पर केन्द्रीय मंत्री एवं प्रदेश भाजपा चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक नरेंद्र सिंह तोमर का कहना है कि नेताओं में थोड़ा-बहुत मतभेद होता ही है, क्योंकि एक जगह से कई लोग टिकट की मांग करते हैं। सभी जगह स्थिति नियंत्रण में है। कांग्रेस दावा करने के लिए स्वतंत्र है, लेकिन हमने काम किया है, उसके आधार पर हमें जनता का आशीर्वाद मिलेगा।
गुना जिले के चाचौड़ा, भिंड जिले के लहार और भिंड, मुरैना, सतना जिले के रैंगाव और सीधी सीट पर भाजपा उम्मीदवारों के विरोध में खुलकर बगावत सामने आई है, जबकि टीकमगढ़, पवई, भोपाल दक्षिण पश्चिम, त्यौंथर, जबलपुर उत्तर, उज्जैन उत्तर, बुरहानपुर, जोबट, अलीराजपुर, काला पीपल, ग्वालियर पूर्व, ग्वालियर दक्षिण, अटेर, रैगांव, नागौद, वारासिवनी, होशंगाबाद, भिंड, महू, मनावर, महेश्वर और देपालपुर में उम्मीदवारों का कार्यकर्ताओं द्वारा विरोध किया जा रहा है।
ग्वालियर पूर्व विधानसभा सीट से भाजपा ने पूर्व मंत्री माया सिंह को प्रत्याशी बनाया है। उनके नाम का ऐलान होते ही यहां से विधायक रहे और टिकट के प्रबल दावेदार मुन्नालाल गोयल के समर्थकों ने विरोध शुरू कर दिया। सिंधिया के महल जय विलास पैलेस के अंदर प्रदर्शन किया। गोयल समर्थक सिंधिया की गाड़ी के सामने लेट गए। उनके पैरों में गिर गए और टिकट बदलने की मांग की। सिंधिया ने खुद जमीन पर बैठकर मुन्ना समर्थकों को समझाया कि उन्हें एक बार बात तो कर लेने दो। आश्वासन दिया है कि वह जल्द संगठन तक उनकी बात पहुंचाएंगे। करीब दो घंटे के हंगामे के बाद सिंधिया वहां से निकल सके।
बुरहानपुर से टिकट नहीं मिलने पर पूर्व सांसद और दिवंगत नेता नंदकुमार सिंह चौहान के बेटे हर्षवर्धन चौहान ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि दूसरी बार निमाड़ की जनता से फरेब हुआ। हमसे कहा गया कि हारे उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया जाएगा, वह भी जो निर्दलीय से हारे हैं। जिन पर भ्रष्टाचार के तमाम आरोप हैं, ऐसे लोगों को टिकट मिल गया। उन्होंने रैली निकालकर शक्ति प्रदर्शन भी किया।
भिंड से बसपा विधायक संजीव सिंह कुशवाह को भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर उनके समर्थक सड़क पर उतर आए। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का पुतला दहन कर नारेबाजी की।
पूर्व मंत्री और उज्जैन उत्तर सीट से विधायक पारस जैन को टिकट नहीं मिलने के बाद उनका दर्द छलक आया। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि इस बात का दुख नहीं है कि मुझे दोबारा चुनाव लड़ने का मौका नहीं मिला, क्योंकि अवसर सभी को मिलना चाहिए, लेकिन उज्जैन उत्तर से छह बार विधायक और एक वरिष्ठ कार्यकर्ता होने के नाते मुझसे एक बार पूछा जाता या मुझे विश्वास में लेकर बताया जाता तो मेरे सम्मान को इतनी ठेस नहीं पहुंचती।
टीकमगढ़ में पूर्व विधायक केके श्रीवास्तव ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के नाम लिखे त्यागपत्र में उन्होंने टिकट वितरण में सर्वे और कार्यकर्ताओं की अनदेखी के आरोप लगाए। वहीं, धार जिले के मनावर से विधायक रहीं एवं पूर्व मंत्री रंजना बघेल ने आरोप लगाया है कि उनका टिकट कटवाने में कैलाश विजयवर्गीय की अहम भूमिका है। पार्टी ने आदिवासी महिला के साथ अन्याय किया है। दूध में मक्खी की तरह मुझे निकाल दिया है। भाजपा ने मनावर से शिवराम कन्नौज को उम्मीदवार बनाया है।
जबलपुर की उत्तर-मध्य विधानसभा सीट से अभिलाष पांडे, होशंगाबाद सीट से मौजूदा विधायक और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीतासरन शर्मा, सतना जिले की नागौद विधानसभा सीट से पूर्व मंत्री नागेंद्र सिंह, रैगांव सीट से प्रतिमा बागरी, शाजापुर जिले की कालापीपल विधानसभा सीट से घोषित किए गए भाजपा प्रत्याशी घनश्याम चंद्रवंशी, इंदौर- 3 विधानसभा क्षेत्र से अखिलेश शाह और ग्वालियर पूर्व सीट से माया सिंह का भी विरोध हो रहा है।