नई दिल्ली। घरेलू शेयर बाजार में आज दिन के दोनों सत्रों के दौरान अलग-अलग मूड में नजर आया। दिन के पहले सत्र में जहां बाजार लगातार गिरता हुआ दिखा, वहीं दूसरे सत्र में खरीदारी के सपोर्ट से बाजार ने शानदार रिकवरी भी की। जानकारों का मानना है कि दिन के पहले सत्र में रुपये की कमजोरी, एशियाई बाजारों के कमजोर संकेत और विदेशी निवेशकों की जरूरत से अधिक सतर्कता के कारण बाजार लगातार गिरता चला गया। सेंसेक्स 568.40 अंक तक टूट गया, वहीं निफ्टी भी 24,500 अंक के स्तर से नीचे लुढ़क कर 24,494.45 अंक तक गिर गया।
दिन के पहले सत्र में स्टॉक मार्केट में जहां लगातार दबाव बना रहा, वहीं दूसरे सत्र की शुरुआत होने के कुछ देर बाद स्थिति पूरी तरह से बदल गई। विदेशी निवेशकों ने अपनी रणनीति बदलते हुए चौतरफा खरीदारी शुरू कर दी। इसी तरह ग्लोबल मार्केट से मजबूती के संकेत मिलने के कारण घरेलू निवेशक भी आक्रामक अंदाज में लिवाली करने लगे, जिसके कारण शेयर बाजार न केवल दिन के पहले सत्र में हुए नुकसान की भरपाई करने में सफल रहा, बल्कि जोरदार उछाल के साथ निवेशकों को जबरदस्त मुनाफा भी करा दिया।
मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक शेयर बाजार में निचले स्तर से हुई जबरदस्त रिकवरी का सबसे बड़ा कारण अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का वो बयान रहा, जिसमें उन्होंने भारत और अमेरिका के बीच बिना टैरिफ वाले ट्रेड डील होने की बात कही है। ट्रंप के इस बयान के बाद निवेशकों ने बाजार में चौतरफा खरीदारी शुरू कर दी, जिसके कारण सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सूचकांकों में तेजी आ गई।
अप्रैल में डोनाल्ड ट्रंप ने भारत समेत दुनिया के कई देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने का ऐलान किया था। हालांकि बाद में इस टैरिफ को 90 दिनों के लिए स्थगित कर दिया गया था। उसके बाद से ही भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ को लेकर लगातार बातचीत चल रही है। अब डोनाल्ड ट्रंप के बयान के बाद उम्मीद की जा रही है कि दोनों देशों के बीच ट्रेड डील जल्दी ही फाइनल हो जाएगी।
धामी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट प्रशांत धामी का कहना है कि भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील होने की संभावना के साथ ही शेयर बाजार में तेजी आने की एक वजह इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल के दाम में आई गिरावट भी रही। आज इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल के दाम में करीब तीन प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई है। फ्यूचर ट्रेडिंग में आज क्रूड ऑयल की कीमत 137 रुपये की कमजोरी के साथ 5,264 रुपये प्रति बैरल के स्तर पर पहुंच गई। अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमत में होने वाली गिरावट भारतीय बाजार की लिहाज से हमेशा ही अच्छी खबर मानी जाती है, क्योंकि इससे भारत के इंपोर्ट बिल में भी कमी आती है। यही वजह है कि आज क्रूड के दाम में गिरावट आने का सकारात्मक असर घरेलू शेयर बाजार की चाल पर भी नजर आया।
खुराना सिक्योरिटीज एंड फाइनेंशियल सर्विसेज के सीईओ रवि चंदर खुराना का कहना है कि दिन के दूसरे सत्र में विदेशी संस्थागत निवेशकों ने खरीदारी का जोर बढ़ा दिया था। इसके पहले बुधवार को भी विदेशी निवेशकों ने स्टॉक मार्केट में 930 करोड़ रुपये से अधिक की खरीदारी की थी। इसी तरह घरेलू निवेशक भी आज ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद में खरीदारी करते नजर आए।
दरअसल, अप्रैल में खुदरा महंगाई दर घटकर 3.16 प्रतिशत के स्तर पर आ गई है। इसके पहले मार्च में खुदरा महंगाई दर 3.34 प्रतिशत के स्तर पर थी, जो भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से तय किए गए 4 प्रतिशत के लक्ष्य से काफी कम है। इस वजह से उम्मीद की जा रही है कि जून के महीने में होने वाली आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की बैठक में रेपो रेट में एक बार फिर कटौती की जा सकती है। इसी उम्मीद के कारण घरेलू निवेशकों में भी उत्साह बना हुआ है।
साभार – हिस