नई दिल्ली। ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म जुपी ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए अपने वार्षिक परिणाम घोषित किए हैं। कंपनी ने इस अवधि में 1,123 करोड़ रुपये का शुद्ध राजस्व अर्जित किया और 146 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया है। 2018 में जुपी के स्थापना के बाद यह पहला अवसर है जब जुपी ने लाभ कमाया है।
मंगलवार को यहां आयोजित प्रेसवार्ता में जुपी के संस्थापक और सीईओ दिलशेर सिंह माल्ही ने कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 हमारे लिए एक ऐतिहासिक साल रहा। स्थापना के बाद से पहली बार कंपनी लाभ में आई है और तेज़ी से गेमिंग के क्षेत्र में अपनी छाप छोड़ रही है। उन्होंने कहा कि जुपी ने ऑनलाइन स्किल-बेस्ड लूडो की शुरुआत की, जिसने ऑनलाइन गेमिंग जगत में एक नई श्रेणी बनाई। उस समय जब रम्मी और फैंटेसी स्पोर्ट्स का बोलबाला था, जुपी ने कौशल आधारित देश के घर घर में खेले जाने वाले खेल लूडो और सांप सीढ़ी खेलों को ऑनलाइन माध्यम से आगे बढ़ाया। कंपनी की सफलता यह साबित करती है कि संस्कृति से जुड़े गेम सीमाओं और उम्र की सीमा से परे जाकर लोगों को जोड़ते हैं।
दिलशेर ने कहा कि जुपी का फोकस हमेशा से नवाचार, नियमों का पालन और जिम्मेदार गेमिंग का रहा है। इसलिए जुपी भारत के गेमिंग बाजार में एक मज़बूत और भरोसेमंद नाम बनाता है। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में देश में खेले जा रहे पारंपरिक खेलों को भी इस ऑनलाइन गेमिंग में लाने की योजना है।
केन्द्र द्वारा बनाए गए नियमों और 28 प्रतिशत जीएसटी पर उन्होंने कहा कि वर्ष की दूसरी छमाही में 28 प्रतिशत जीएसटी लागू होने के कारण गेमिंग उद्योग को संरचनात्मक चुनौतियों का सामना करना पड़ा। इसके बावजूद जुपी लूडो ने अपनी तेज़ अनुकूलन क्षमता, संचालन में लचीलापन और प्रोडक्ट-केंद्रित दृष्टिकोण के कारण अपनी गति बनाए रखी। नई जीएसटी दरों का संपूर्ण प्रभाव वित्त वर्ष 2024-25 में स्पष्ट होगा।
साभार – हिस
