नई दिल्ली, भारत और यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ (ईएफटीए) के सदस्यों ने व्यापार और आर्थिक भागीदारी समझौता (टीईपीए) की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है। ईएफटीए के साथ भारत का मुक्त व्यापार समझौता होने से द्विपक्षीय वाणिज्य, निवेश, रोजगार सृजन और आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा मिलेगा।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने सोमवार को जारी एक बयान में बताया कि ब्रसेल्स के दौरे पर गए केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने ईएफटीए के चारों सदस्य देशों के प्रतिनिधियों के साथ सोमवार को बैठक करके टीईपीए से संबंधित मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की। बातचीत के बाद जारी एक बयान के मुताबिक दोनों पक्षों ने व्यापक व्यापार एवं आर्थिक भागीदारी समझौता (टीईपीए) करने की दिशा में प्रयास जारी रखने से संबंधित बिंदुओं पर चर्चा की।
मंत्रालय के मुताबिक दोनों पक्षों ने अपने प्रयास तेज करने और बातचीत की प्रक्रिया जारी रखने के साथ ही अगले कुछ महीनों में इस तरह की कई बैठकों के आयोजन पर सहमति जताई। इसमें व्यापार समझौते में शामिल महत्वपूर्ण मुद्दों पर समझ विकसित करने पर भी जोर दिया गया। इसके पहले गत 26 अप्रैल को भारत और ईएफटीए ने व्यापार समझौते पर बातचीत बहाल करने से संबंधित तौर-तरीकों पर चर्चा की थी। इस तरह के समझौतों में दोनों कारोबारी पक्ष एक-दूसरे के आयात पर सीमा शुल्क को शून्य या सीमित करने के साथ ही सेवाओं का निर्यात और निवेश बढ़ाने पर सहमत होते हैं।
यूरोपीय देशों के समूह ईएफटीए में आइसलैंड, लीकटेंस्टीन, नॉर्वे और स्विट्जरलैंड शामिल हैं। ईएफटीए में शामिल ये चारों देश यूरोपीय संघ का हिस्सा नहीं हैं। दो पक्षों के बीच होने वाले मुक्त व्यापार समझौते को आधिकारिक तौर पर टीईपीए कहा जाता है। इन देशों को भारत का निर्यात अप्रैल, 2022 से फरवरी, 2023 के दौरान 1.67 अरब डॉलर रहा है, इस अवधि में भारत ने 15 अरब डॉलर का आयात किया।
साभार -हिस