मुंबई, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुंबई में बुधवार को सर्राफा बाजार में छापा मारकर 91.5 किलो सोना और 340 किलो चांदी जब्त की है। जब्त किए गए सामानों की कुल कीमत 47.76 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
सूत्रों के अनुसार पारेख एल्युमिनेक्स लिमिटेड कंपनी के खिलाफ ईडी की टीम मनी लॉन्ड्रिंग एंगल से पिछले हफ्ते से जांच कर रही थी। इसी जांच के दौरान मिले इनपुट के आधार पर बुधवार को ईडी को तलाशी अभियान के दौरान मेसर्स रक्षा बुलियन के परिसर में निजी लॉकर की चाबियां मिलीं। इन लॉकरों की तलाशी के दौरान ईडी ने पाया कि बिना उचित नियमों का पालन किए ही लॉकरों का संचालन किया जा रहा था। ईडी ने पाया है कि किसी केवाईसी का पालन नहीं किया गया था। लॉकर परिसर में न तो कोई सीसीटीवी था और न ही कोई रजिस्टर। ईडी ने जब लॉकरों की तलाशी ली तो उन्हें 761 लॉकर मिले, जिनमें से 3 लॉकर मेसर्स रक्षा बुलियन के थे। लॉकरों की तलाशी करते समय 2 लॉकरों में 91.5 किलो सोना और 152 किलो चांदी मिली।
इसके अलावा मैसर्स रक्षा बुलियन के परिसर से अतिरिक्त 188 किलोग्राम चांदी भी बरामद की गई है। यह सारा सोना-चांदी ईडी ने जब्त कर लिया है। ईडी ने मेसर्स रक्षा बुलियन और मेसर्स क्लासिक मार्बल्स के 4 परिसरों में तलाशी अभियान जारी रखा था। यह तलाशी मेसर्स पारेख एल्युमिनेक्स लिमिटेड के मामले में मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में की गई थी। इससे पहले ईडी ने पीएमएलए 2002 के प्रावधानों के तहत 8 मार्च 2018 को मेसर्स पारेख एल्युमिनेक्स लिमिटेड के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था। इस कंपनी पर बैंकों को धोखा देने और 2,296.58 करोड़ रुपये का कर्ज लेने का आरोप है। जांच में पता चला कि ऋण के माध्यम से प्राप्त धन को विभिन्न कंपनियों के माध्यम से डायवर्ट किया गया था। असुरक्षित ऋण और निवेश के संबंध में विभिन्न खातों में धन हस्तांतरित किया गया। ईडी की टीम ने 2019 में इसी कंपनी में छापा मारकर एक बार 46.97 करोड़ और दूसरी बार 158.26 करोड़ रुपये जब्त किये थे। समाचार लिखे जाने तक ईडी की कार्रवाई जारी है। हालांकि इसकी आधिकारिक जानकारी मीडिया को नहीं दी गई है।
साभार-हिस