खोरीबाड़ी। कला संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राजवंशी ऑफ नॉर्थ बंगाल सोशल वेलफेयर ऑर्गेनाइजेशन की सौजन्य से तराई लोकनाटक उत्सव 2020 का आयोजन किया गया। दो दिवसीय उत्सव खोरीबाड़ी हाई स्कूल मैदान में शनिवार को अतिथियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया। उत्सव में दार्जिलिंग सांसद राजू बिस्टा, स्थानीय विधायक सुनील चंद्र तिर्की, ठाकुरगंज विधानसभा पूर्व विधायक गोपाल अग्रवाल, गणेश देवनाथ, दिलीप बारोई, आयोजन समिति के अध्यक्ष राजेन बर्मन सहित काफी संख्या में गणमान्य लोग उपस्थित थे। दार्जिलिंग सांसद राजू बिष्ट ने उत्सव में राजवंशी समुदाय के कला और संस्कृति से संबंधित लगे विभिन्न स्टॉलों को देखा। साथ ही सरन्जा को बजाकर भी देखा। अपने भाषण में सांसद राजू बिष्ट ने राजवंशी समुदाय के कल्चर को सराहते हुए हरसंभव सहायता करने को कहा। समाज से कला कल्चर नृत्य गीत संगीत धीरे-धीरे लुत्फ हो रही है। इस तरह के उत्सव आयोजन को लेकर आयोजन कमेटी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उत्सव के माध्यम से प्रतिभा उजागर करने व संस्कृति को बचाए रखने में सहायक होगा। राजवंशी समुदाय के संदर्भ में बोलते हुए कहा कि राजवंशी समाज अपने आप में शाही समाज है और प्राचीन सभ्यता विरासत में मिली और राजवंशी समुदाय की अपनी बोली संस्कृति अपनी जीवन जीवन जीने की अलग तरीका है।
राजवंशी समाज नॉर्थ बंगाल, बेस्ट असम, मेघालय, बांग्लादेश, नेपाल आदि स्थानों पर करीब एक करोड़ से भी ज्यादा राजवंशी बोली बोलते हैं। श्री राजू बिष्ट ने कहा कि राजवंशी कामतापुरी लोगों की भाषा और संस्कृति के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध हूँ । भाषा की मान्यता मिलने को लेकर हरसंभव विषय उठाता रहूंगा। उत्सव के दौरान राजवंशी समुदाय के लिए पानीटंकी में कम्युनिटी हॉल निर्माण हेतु सांसद कोष से बीस लाख का फंड देने की बात कही। समाज व लोगों को आगे उठाने तथा उत्थान के लिए राजनीति कम और सामाजिक कार्य ज्यादा करने की बात कही। वहीं मंच पर उपस्थित अन्य अतिथियों ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर वीरेंद्र प्रसाद सिंह, आकाश लामा, आनंद बर्मन, बृजमोहन राय, राम किशन वैध, ब्रज लाल सिंह, विमल सिंह, सुकुमार राय आदि भी मौजूद थे। उत्सव आयोजन समिति के अध्यक्ष राजेन बर्मन ने बताया उत्सव का उद्देश्य राजवंशी समुदाय के कला संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए आयोजन किया गया है। उत्सव में समुदाय के कला और संस्कृति से संबंधित विभिन्न स्टॉलों को भी लगाया गया है। साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया है।