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ओडिशा में कानून व्यवस्था खराब होने को लेकर विरोधियों ने विधानसभा में जताई चिंता

  • हवालात में मौत मामले में तत्कालीन एसपी अखिलेश सिंह को गिरफ्तार करने की मांग

  • दोनों हिरासत में मौतों के मामले की जांच के दिए गए निर्देश – गृह राज्य मंत्री

भुवनेश्वर. राज्य में कानून व्यवस्था खराब होने को लेकर आज विधानसभा में आज विपक्षी विधायकों ने गहरी चिंता जताई. साथ ही विधायकों ने पुरी व वीरमित्रपुर में पुलिस हिरासत में मौत की घटनाओं की न्यायिक जांच करने की मांग करने के साथ-साथ विधायकों ने पुरी के तत्कालीन एसपी अखिलेश सिंह पर धारा 307 लगाकर गिरफ्तार करने की मांग की है. उधर गृह राज्य मंत्री दिव्यशंकर मिश्र ने कहा कि राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति काफी अच्छी है और उन्होंने कहा कि इन दोनों मामलों के जांच के आदेश दे दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि बीरमित्रपुर पुलिस हिरासत में मौत मामले में पानपोष के एसडीजेएम आरके प्रधान व पुरी की हिरासत मौत घटना में जेएफएमसी सिद्धार्थ मिश्रा को जांच की जिम्मेदारी दी गई है.

उल्लेखनीय है कि मंगलवार को विपक्षी पार्टियों द्वारा राज्य में खराब कानून व्यवस्था को लेकर में कार्य स्थगन प्रस्ताव लाया गया था. चर्चा के दौरान विपक्षी भाजपा व कांग्रेस विधायक को ने राज्य सरकार की कानून व्यवस्था को लेकर नाकामी के बारे में बताया. भाजपा विधायक मोहन माझी जय नारायण मिश्र कांग्रेस विधायक संतोष सिंह सलूजा, तारा प्रसाद बाहिनीपति ने इस चर्चा में भाग लिया. इन विधायकों ने पुलिस हिरासत में हुए मौतों की निंदा की. उन्होंने कहा कि पुरी में हिरासत मौत मामले में मृतक रमेश के साथ पुलिस ने थर्ड डिग्री टार्चर किया. मौत के बाद उनके शव को उनके परिवार को ना सौंपकर जोर-जबर्दस्ती दाह संस्कार किया गया था. यह एक अमानवीय कार्य है और यह किसी भी हालत में क्षमा के योग्य नहीं है.

उन्होंने कहा कि राज्य में चोरी, डकैती, दुष्कर्म, हत्या व लूट की घटनाएं निरंतर बढ़ रही हैं. राज्य में नशे का कारोबार भी बढ़ रहा है नवीन सरकार लोगों के जीवन को सुरक्षित रखने में विफल रही है. उन्होंने कहा कि पुरी घटना की जांच एक सिटिंग जज से कराई जाए.

उधर, सत्तारूढ़ पार्टी के विधायक अमर सतपथी, अतनु सव्यसाची नायक एवं प्रताप देव ने विपक्ष द्वारा लगाये जा रहे आरोपों को निराधार बताया. उन्होंने कहा कि जब जब भी किसी प्रकार की घटना घटी है सरकार की ओर से त्वरित कार्रवाई और जांच के निर्देश दिए गए. अनेक मामलों में कार्यवाही की गई है.

चर्चा का उत्तर देते हुए गृह राज्य मंत्री दिव्य शंकर मिश्र ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति शांतिपूर्ण व पूर्ण रुप से नियंत्रण में है. अपराध की स्थिति नियंत्रण में है. सही समय पर मुकाबला किया जा रहा है. कानून व्यवस्था की रक्षा तथा लोगों की धन जीवन की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता में है. राज्य में किसी प्रकार की आतंकवादी घटनाएं नहीं घटी हैं. सांप्रदायिक घटनाएं भी नहीं घटी है. किसी बड़े श्रमिक व कर्मचारी आंदोलन भी नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि बीरमित्रपुर पुलिस हिरासत में मौत मामले में पानपोष के एसडीजेएम आरके प्रधान व पुरी की हिरासत मौत घटना में जेएफएमसी सिद्धार्थ मिश्रा को जांच की जिम्मेदारी दी गई है.

 

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