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30,000 से अधिक पौधे लगाने का लक्ष्य रखा
हेमन्त कुमार तिवारी, भुवनेश्वर
एनटीपीसी तालचेर कनिहा में वन महोत्सव मनाया गया. वनों के संरक्षण के प्रति एक उत्साह बनाने के लिए वृक्षों के त्योहार के रूप में तत्कालीन केंद्रीय मंत्री केएम मुंशी ने वर्ष 1950 में वन महोत्सव शुरू किया था. इस पौधरोपण अभियान के माध्यम से पर्यावरण को बचाने और हरियाली को बढ़ावा देने की पहल के रूप में मनाया जाता है. इस अवसर पर टाउनशिप के स्टेज-II में एक चिह्नित स्थान पर फलों के पौधे रौपे गये. इस अवसर पर एनटीपीसी तालचेर कनिहा के मुख्य महाप्रबंधक सुदीप नाग ने कोविद-19 नियमों के तहत सभी सामाजिक दूरियों के प्रोटोकॉल के साथ छोटी सभा को संबोधित किया. इस दिन के विशेष महत्व पर प्रकाश डालते हुए नाग ने कहा कि हमारे आसपास के पर्यावरण के पारिस्थितिक संतुलन को बहाल करने में पौधरोपरण की भूमिका महत्वपूर्ण है. उन्होंने पौधे लगाकर हरित आवरण को बढ़ाने के लक्ष्य को पूरा करने की अपनी प्रतिबद्धता में एनटीपीसी के प्रयासों के बारे में बताया. उन्होंने बताया कि एनटीपीसी तालचेर कनिहा में अब तक हमने 14.6 लाख पौधे रोप चुके हैं. इस साल भी हमने 30,000 से अधिक पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है. नाग ने चक्रवात जैसी प्राकृतिक आपदाओं के विनाशकारी प्रभाव को याद किया, जो तटीय राज्य ओडिशा के लिए खतरा है. उन्होंने कहा कि वन महोत्सव जैसे आयोजन के जरिए बड़े पैमाने पर पौधरोपण किया जाता है. इससे मिट्टी का कटाव भी कम होता है तथा पर्यावरण भी संतुलित होता है. नाग ने अपने समापन भाषण में सभी से अपील की कि हम अपने पर्यावरण को स्वच्छ और हरा-भरा बनाने के लिए अधिक से अधिक संख्या में पौधरोपण करें. इस दौरान सभी जीएम, विभागाध्यक्ष, वरिष्ठ अधिकारी, संघ और संघ के प्रतिनिधि और तन्वी संगम के सदस्य उपस्थित थे.