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प्रवासी भारतीय दिवस समारोह के समापन पर
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मुख्यमंत्री मोहन चारण माझी ने की घोषणा
भुवनेश्वर। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) समारोह समापन के अवसर पर एक ऐतिहासिक पहल की घोषणा करते हुए कहा कि राज्य सरकार प्रवासी भारतीयों के साथ गहरे संबंध स्थापित करने और उन्हें राज्य के विकास में शामिल करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस दिशा में, मुख्यमंत्री ने ओडिशा में एक विशेष नोडल मंत्री नियुक्त करने की घोषणा की, जो प्रवासी भारतीयों से जुड़े मुद्दों और उनकी परियोजनाओं के लिए सीधे संपर्क बिंदु के रूप में कार्य करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रवासी भारतीय हमारे देश और राज्य की सबसे बड़ी संपत्ति हैं। उनकी प्रतिभा और अनुभव को ओडिशा की प्रगति के लिए उपयोग में लाना हमारा उद्देश्य है। हम चाहते हैं कि वे न केवल अपनी जड़ों से जुड़े रहें, बल्कि यहां निवेश करके राज्य के विकास में योगदान दें।
आर्थिक और सांस्कृतिक जुड़ाव पर जोर
मुख्यमंत्री ने ओडिशा की साहित्य, संस्कृति और आर्थिक प्रगति को प्रवासी भारतीयों के बीच लोकप्रिय बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि नोडल मंत्री का काम न केवल निवेश के लिए सुविधाएं प्रदान करना होगा, बल्कि प्रवासी भारतीयों के साथ गहरे सांस्कृतिक और भावनात्मक संबंध भी स्थापित करना होगा।
आधुनिक बुनियादी ढांचे का वादा
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि राज्य ने निवेश के लिए एक मजबूत इको-सिस्टम और बुनियादी ढांचा तैयार किया है। हमारी सरकार ने औद्योगिक क्षेत्र, पर्यटन, आईटी और कृषि प्रसंस्करण जैसे क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर अवसर पैदा किए हैं। ओडिशा में निवेश करने के लिए सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री को धन्यवाद
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर को धन्यवाद देते हुए कहा कि प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन ओडिशा के लिए एक ऐतिहासिक अवसर है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन ओडिशा की वैश्विक पहचान को मजबूत करने में मदद करेगा।
प्रवासी भारतीयों के लिए अपील
मुख्यमंत्री ने प्रवासी भारतीयों से आग्रह किया कि वे ओडिशा में निवेश करें और राज्य की प्रगति में भागीदार बनें। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार निवेशकों को हर संभव सहायता प्रदान करेगी।
ओडिशा की विकास गाथा
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर ओडिशा के विकास का खाका भी प्रस्तुत किया और बताया कि राज्य किस तरह से एक “ग्लोबल इनवेस्टमेंट हब” के रूप में उभर रहा है। उन्होंने प्रवासी भारतीयों को विश्वास दिलाया कि ओडिशा में निवेश करना उनके लिए लाभदायक साबित होगा।
यह कदम न केवल ओडिशा के आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा, बल्कि प्रवासी भारतीयों के साथ भावनात्मक और सांस्कृतिक जुड़ाव को भी मजबूत करेगा। मुख्यमंत्री की यह घोषणा प्रवासी भारतीयों के लिए एक नई शुरुआत का प्रतीक है।
इस मौके पर भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, विदेश मंत्री एस जयशंकर, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, जुएल ओराम और ओडिशा के राज्यपाल डॉ हरि बाबू के साथ-साथ अन्य उपस्थित थे।
राष्ट्रपति की सराहना
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने संबोधन में मुख्यमंत्री मोहन माझी की इस घोषणा की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह पहल प्रवासी लोगों को जोड़ने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।