नई दिल्ली, भारतीय उद्योग सम्मेलन द्वारा शुक्रवार को आयोजित 6वें सीआईआई स्कोरकार्ड के एक वर्चुअल सम्मेलन को केंद्रीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने संबोधित करते हुए कहा कि भारत में खेल को एक जीवंत उद्योग बनाने में व्यापार बिरादरी सरकार की मदद को आगे आए।किरण रिजिजू ने कहा, “खेल एक बड़ा उद्योग है, अगर हम वास्तव में इसे आगे बढ़ाते हैं, तो यह भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का एक बड़ा हिस्सा बन सकता है। इसके जरिए युवाओं को बेहतरीन दिशा भी दे सकते हैं। सीआईआई खेलों को एक जीवंत उद्योग बनाने में भूमिका निभा सकता है। उद्योग जीडीपी में खेल का हिस्सा क्या होना चाहिए, इसका लक्ष्य निर्धारित कर सकता है।”
वहीं, तीन बार ओलंपिक की मेजबानी करने को लेकर यूनाइटेड किंगडम को बधाई देते हुए रिजिजू ने कहा कि आने वाले वर्षों में भारत भी ओलंपिक की मेजबानी करेगा। इससे देश को एक खेल शक्ति के रूप में स्थापित करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि “भारत ने खेलों में अपनी सही जगह का कभी दावा नहीं किया है। खेलों में ओलंपिक सबसे बड़ा आयोजन है। लंदन ने तीन ओलंपिक की मेजबानी की है, जबकि टोक्यो ने इस वर्ष के लिए निर्धारित कार्यक्रम से पहले ही एक ओलंपिक की मेजबानी की है। ऐसे में ओलंपिक आंदोलन तब तक पूरा नहीं होता जब तक भारत एक ओलंपिक खेलों की मेजबानी नहीं करता। हम इसे बहुत गंभीरता से ले रहे हैं
खेल मंत्री ने कहा कि प्रमुख आयोजनों की मेजबानी से राष्ट्र की रूपरेखा तैयार करने में मदद मिलती है, इसके लिए ही उद्योग जगत की उपयोगिता है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के बाद दुनिया भर में टूर्नामेंट फिर से शुरू हो गए हैं और वे सफलतापूर्वक हो रहे हैं। हमारे पास इस महीने के अंत में दिल्ली में शूटिंग विश्व कप है और इस साल मई में बैडमिंटन सुपर सीरीज होनी है। ऐसे में उम्मीद करता हूं कि उद्योग जगत कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी) के तहत भआरत में कुछ अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों का आयोजन करे। सार्वजनिक-निजी भागीदारी के तहत उद्योगों की मदद से निर्मित विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचा देश में खेल के स्तर को बेहतर करने में काफी सहायक होगा।
खेल मंत्री ने मंत्रालय ने दो बड़ी पहलें खेलो इंडिया और फिट इंडिया की भी बात की। उन्होंने कॉर्पोरेट्स से अपने कार्यालयों में फिट इंडिया आंदोलन शुरू करने की अपील की। उन्होंने यह भी कहा कि वह चाहते हैं कि खेलो इंडिया आंदोलन देश में बढ़े और छोटे शहरों और गांवों तक पहुंचे, जहां छोटे बच्चों को आधार स्तर से उठाया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि इस साल कश्मीर में खेलो इंडिया विंटर गेम्स के बाद, मंत्रालय जम्मू, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में शीतकालीन खेल सुविधाएं शुरू करने की योजना बना रहा है।
साभार-हिस