नई दिल्ली। खेलो इंडिया विंटर गेम्स 2025 (केआईडब्ल्यूजी 2025) का दूसरा चरण अब जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग में 9 से 12 मार्च तक आयोजित होगा। पहले यह खेल 22 से 25 फरवरी के बीच होने थे, लेकिन कंगडूरी स्लोप्स और गोल्फ कोर्स पर पर्याप्त बर्फ न होने के कारण इसे स्थगित करना पड़ा था। पहला चरण 23 से 27 जनवरी तक लद्दाख में आयोजित किया गया था, जहां आइस हॉकी और स्पीड स्केटिंग की प्रतिस्पर्धाएं हुई थीं।
अब गुलमर्ग में होने वाले दूसरे चरण में अल्पाइन स्कीइंग, नॉर्डिक स्कीइंग, स्की माउंटेनियरिंग और स्नोबोर्डिंग के मुकाबले खेले जाएंगे। आयोजन समिति के बयान के अनुसार, “जम्मू-कश्मीर में हुई ताजा बर्फबारी और मौसमी परिस्थितियों को देखते हुए अब खेलों के तकनीकी संचालन के लिए स्थिति अनुकूल पाई गई है।” यह निर्णय इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि खेलों के स्थगन के बाद इसकी मेजबानी को लेकर संदेह बना हुआ था।
गुलमर्ग में होने वाले खेलों में भारत के शीर्ष स्कीयरों के प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है, क्योंकि फरवरी में हुए एशियन विंटर गेम्स 2025 (हरबिन, चीन) के बाद अधिकतर खिलाड़ी उपलब्ध होंगे। इस बार खेल मंत्रालय भी शीतकालीन खेलों को विशेष बढ़ावा दे रहा है। पहली बार भारतीय दल को एशियन विंटर गेम्स में भाग लेने के लिए सरकारी वित्तीय सहायता भी दी गई थी।
इस साल खेलो इंडिया विंटर गेम्स 2025 से घरेलू खेल कैलेंडर की शुरुआत हुई। प्रधानमंत्री ने भी इन खेलों को बढ़ावा देने की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि “यह भारत को एक प्रमुख खेल राष्ट्र के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा।” लद्दाख में हुए पहले चरण में 19 टीमों ने भाग लिया, जिनमें राज्य, केंद्रशासित प्रदेश और संस्थान शामिल थे। लद्दाख ने चार स्वर्ण पदकों के साथ पदक तालिका में बढ़त बनाई।
खेलो इंडिया विंटर गेम्स का इतिहास
खेलो इंडिया विंटर गेम्स की शुरुआत 2020 में हुई थी, जिसमें जम्मू-कश्मीर पहले तीन संस्करणों की मेजबान और विजेता रही। 2024 संस्करण लद्दाख और जम्मू-कश्मीर ने संयुक्त रूप से आयोजित किया था, जिसमें भारतीय सेना ने ओवरऑल खिताब जीता था।
साभार – हिस
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