बिश्केक। भारतीय दल ने किर्गिस्तान के बिश्केक में एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप 2024 में नौ पदकों के साथ अपना अभियान समाप्त किया, इन नौ पदकों में चार रजत और पांच कांस्य पदक शामिल हैं।
मंगलवार को समाप्त हुई छह दिवसीय प्रतियोगिता में कुल 30 भारतीय पहलवानों ने भाग लिया। 30 पहलवानों में से दस ने पुरुष फ्रीस्टाइल, 10 ने पुरुष ग्रीको-रोमन और 10 ने महिला फ्रीस्टाइल में भाग लिया।
पुरुषों की फ़्रीस्टाइल में, अंडर-20 एशियाई चैंपियन, उदित ने 57 किग्रा में रजत पदक जीता, जबकि अभिमन्यु (70 किग्रा) और विक्की (97 किग्रा) ने पहले दिन अपने-अपने वजन वर्गों में कांस्य पदक जीते।
वहीं, महिला कुश्ती में 23 साल की राधिका ने शनिवार को 68 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीता, जबकि शिवानी पवार ने 50 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीता।
अंजू और हर्षिता ने क्रमशः 53 किग्रा और 72 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीते। पहलवान मनीषा (62 किग्रा) और अंतिम पंघाल (65 किग्रा) को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।
अंजू को फाइनल में डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया की जी हयांग किम से 10-0 से हार का सामना करना पड़ा और उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
हर्षिता महिलाओं के 72 किग्रा के स्वर्ण पदक मैच में चीन की कियान जियांग से 5-2 से हार गईं और रजत पदक हासिल किया।
विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता और दो बार की एशियाई चैंपियन सरिता मोर, जो महिलाओं के 57 किग्रा में शामिल थीं, क्वार्टर फाइनल में अपना मैच हारकर खाली हाथ टूर्नामेंट से बाहर हो गईं।
अम्मान में आयोजित महाद्वीपीय चैंपियनशिप के पिछले संस्करण में, भारतीय पहलवानों ने 14 पदक जीते, जिसमें एक स्वर्ण, तीन रजत और दस कांस्य पदक शामिल थे।
अब तक, भारत ने कुश्ती में केवल एक पेरिस 2024 ओलंपिक कोटा हासिल किया है। 2023 विश्व चैंपियनशिप में महिलाओं के 53 किग्रा में कांस्य पदक जीतने के बाद अंतिम पंघाल ने ग्रीष्मकालीन खेलों में अपना स्थान पक्का कर लिया।
साभार – हिस