बेगूसराय,तमिलनाडु के कन्याकुमारी स्थित पोंजेसलि कॉलेज आफ इंजीनियरिंग नागरकोईल में 29 दिसम्बर से चल रहे यूथ, जूनियर एवं सीनियर राष्ट्रीय भारोत्तोलन प्रतियोगिता के दौरान भारतीय भारोत्तोलन संघ द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय कैटेगरी-वन, अंतरराष्ट्रीय कैटेगरी-टू, राष्ट्रीय कैटेगरी-वन एवं राष्ट्रीय कैटेगरी-टू रेफरी परीक्षा का परिणाम रविवार को घोषित कर दिया गया।
इस परीक्षा के अंतरराष्ट्रीय कैटेगरी-वन रेफरी परीक्षा में बिहार से एकमात्र अंतर्राष्ट्रीय कैटेगरी-टू रेफरी बेगूसराय निवासी रजनीश भास्कर ने भाग लिया तथा लिखित एवं प्रैक्टिकल में 99 प्रतिशत प्राप्त कर बिहार से भारोत्तोलन खेल के क्षेत्र में पहले अंतर्राष्ट्रीय कैटेगरी-वन रेफरी बन गए हैं। रजनीश भास्कर अंतरराष्ट्रीय रेफरी होने के साथ-साथ बेगूसराय जिला भारोत्तोलन संघ के वर्तमान में अध्यक्ष, बिहार भारोत्तोलन संघ के उपाध्यक्ष एवं भारतीय भारोत्तोलन संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य भी हैं।
रजनीश भास्कर ने बताया कि वेटलिफ्टिंग खेल के क्षेत्र में चार प्रकार के रेफरी होते हैं, राष्ट्रीय कैटेगरी-टू रेफरी, राष्ट्रीय कैटेगरी-वन रेफरी, अंतरराष्ट्रीय कैटेगरी-टू रेफरी, अंतरराष्ट्रीय कैटेगरी-वन रेफरी। उन्होंने 2011 में राष्ट्रीय कैटेगरी-टू, 2015 में राष्ट्रीय कैटेगरी-वन, 2019 में अंतरराष्ट्रीय कैटेगरी-टू तथा अभी अंतरराष्ट्रीय कैटेगरी-वन रेफरी की परीक्षा पास किया। इसके साथ ही रजनीश अब भारत देश का प्रतिनिधित्व रेफरी एवं तकनीकी पदाधिकारी के रूप में अन्य अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के साथ-साथ वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप और ओलंपिक जैसे खेलों में भी कर पाएंगे।
रजनीश भास्कर ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय भारोत्तोलन संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सहदेव यादव, द्रोणाचार्य अवॉर्ड प्राप्त पाल सिंह संधू, द्रोणाचार्य अवॉर्ड प्राप्त हनसा मनराल, एस. सुब्रमण्यम, एन.पी.एस. चौहान को देते हुए कहा कि यह उनके गुरु हैं, जिनके ज्ञान, आशीर्वाद, सहयोग की वजह से आज यह मुकाम हासिल कर पाए हैं। उन्होंने बिहार भारोत्तोलन के अध्यक्ष अरुण कुमार केसरी के प्रति भी आभार व्यक्त किया है, जिनका सहयोग हमेशा वेटलिफ्टिंग के क्षेत्र में आगे बढ़ने वाले बिहार के रेफरी एवं खिलाड़ियों को मिलता रहा है। आज बिहार वेटलिफ्टिंग के क्षेत्र में बहुत आगे बढ़ रहा है, राष्ट्रीय एवं अन्य भारोत्तोलन चैंपियनशिप में छह-सात मेडल प्राप्त कर रहा है।
साभार-हिस