कोलकाता, राउंडग्लास पंजाब एफसी के हेड कोच एशले वेस्टवुड ने कहा है कि उनकी टीम 26 दिसंबर से शुरू होने वाले आई-लीग 2021-22 सीज़न के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
एक वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने विचार साझा करते हुए वेस्टवुड ने कहा, “क्लब के बारे में काफी सोच विचार किया गया है और सही कारणों की वजह से उसे बनाया गया है। पंजाब से ताल्लुक रखने वाले हमारे क्लब के संस्थापक सनी (गुरप्रीत) सिंह की खेलों में गहरी दिलचस्पी है और वह पंजाब के बच्चों और युवाओं के लिए खेलने के अवसर पैदा करना चाहते हैं। वह लोगों का कल्याण सिर्फ खेलों के माध्यम से ही नहीं करना चाहते हैं बल्कि उनके पोषण, प्रशिक्षण एवं स्वस्थ जीवन शैली की ओर प्रोत्साहित करने और लोगों के अन्य पहलुओं पर भी ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, “यही सिद्धांत हमारी फुटबॉल टीम पर भी लागू होते हैं। हम एक स्वस्थ, ईमानदार और कड़ी मेहनत करने वाली टीम बनाना चाहते हैं और सनी के नज़रिये के अनुरूप अपने प्रदर्शन और खेलने की शैली से युवाओं को प्रेरित करना चाहते हैं। जिसमें पंजाब के बच्चों और युवाओं को खेल का एक वास्तविक मंच प्रदान होगा जिस से उन्हें खिलाड़ी बनने के उनके सपनों को शक्ति मिलने में सहायता प्राप्त होगी “।
राउंडग्लास पंजाब एफसी का प्री-सीजन प्रशिक्षण अक्टूबर में ही शुरू हो गया था और टीम तब से कोलकाता में है, जहां खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ को बायो बबल में रखा गया है।
उन्होंने कहा, “हमारा प्री-सीजन अच्छा रहा है, यह एक नई टीम है और जितना अधिक समय हम एक-दूसरे के साथ बिताएंगें, हमारे लिए उतना ही अच्छा होगा । इस माहौल में होने का मतलब है कि दिन-रात एक साथ रहना और काम करना, जो टीम को एक साथ लाने में मदद करने के साथ- साथ हमें एक दूसरे के बारे में अधिक जानने और टीम के प्रत्येक सदस्य के कैरेक्टर (चरित्र) को समझने में सहायता प्रदान करता है, जो हमारे निर्णय लेने (डिसिशन मेकिंग) की प्रक्रिया का हिस्सा है । साथ रहने में एक और फायदा यह है कि हम फ़ुटबॉल पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं, क्योंकि इससे हमारा ध्यान भंग नहीं होता है, और हम इस माहौल को भी नियंत्रित कर सकते हैं। हम खिलाड़ियों के लिए चीजों को चुनौतीपूर्ण बनाने की कोशिश कर रहे हैं और साथ ही यह भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि खिलाडियों के लिए चीज़ें नीरस न हो।”
इस साल के जुलाई में राउंडग्लास पंजाब एफसी में मुख्य कोच के रूप में शामिल हुए वेस्टवुड के पास खिलाड़ी और कोच के रूप में 25 से अधिक वर्षों अनुभव है । कोच के तौर पर वेस्टवुड ने बेंगलुरू एफसी को 2 बार आई-लीग का खिताब जिताने में मदद की है। पिछले सीज़न आई-लीग में नयी फ्रेंचाइजी के अधीन पदार्पण करने वाले इस क्लब ने समर ट्रांसफर विंडो पर भी बयान दिया।
उन्होंने कहा, “हमने समर ट्रांस्फर विंडो में जिन खिलाड़ियों को साइन किया है, वे हमारी टीम में संतुलन बनाने में मदद करते हैं और न केवल उनकी क्षमताओं के लिए हम उन्हें अपनी टीम में लाये हैं बल्कि उनके व्यावसायिकता (प्रोफेशनलिज्म ) और अनुभव को देखते हुए हमने उन्हें टीम में शामिल किया है । मुझे पता है कि जिन खिलाड़ियों के साथ मैंने पहले काम किया है, वे चीजों को सही तरीके से करेंगे और न केवल क्लब के युवा खिलाड़ियों के लिए, बल्कि हमारी अकादमी और हमारे प्रशंसकों के लिए भी रोल मॉडल साबित होंगें । हम टीम में युवाओं और अनुभव का संतुलन चाहते थे ताकि हम आई-लीग में अन्य टीमों को चुनौती दे सकें।”
साभार-हिस