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रोटी के पड़ सकते हैं लाले
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में आटे की कीमत 140 रुपये प्रति किलो हो गई है। पाकिस्तान में महंगाई की मार से जूझ रही आम जनता को रोटी के लाले पड़ सकते हैं। देश की खस्ताहाल आर्थिक हालात के बीच मिल मालिकों ने आटे के थोक दाम में प्रतिकिलो 5 रुपये की बढ़ोतरी कर दी है। सरगोधा के मिल मालिकों ने आटे की 20 किलो की बोरी की कीमत में 100 रुपये की बढ़ोतरी कर दी है।
जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान में आटे के दाम में बढ़ोतरी के बाद 20 किलो की बोरी की कीमत 2800 रुपये हो गई है। आटा मिल मालिक संघ के अध्यक्ष मियां मुहम्मद नसीम हसन और राव साजिद महमूद ने कहा है कि कार्यवाहक सरकार की खराब नीतियों के कारण मिल को अभी तक गेहूं का कोटा उपलब्ध नहीं कराया गया है। यही कारण है कि हमें निजी स्तर पर अधिक कीमत पर गेहूं खरीदना पड़ रहा है।
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मिल मालिकों ने खाद्यान्न विभाग से गेहूं का कोटा जारी करने की मांग की है। संघ ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार आधिकारिक कोटा जारी नहीं करती है तो गेहूं आपूर्ति के अभाव में आटे की कीमत प्रति बोरी और 50 से 100 रुपये तक बढ़ सकती है। मिल मालिक ऊंची कीमत पर गेहूं खरीदकर सरकारी दर पर आटा नहीं बेच सकते।
उल्लेखनीय है कि यूक्रेन-रूस के बीच शुरू हुए युद्ध के बाद पुरी दुनिया में गेहूं का निर्यात प्रभावित हुआ है। यूक्रेन और रूस गेहूं से सबसे बड़े निर्यातक देश थे। इसके बाद भारत भी गेहूं का निर्यात करता था। यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध के कारण भारत से गेहूं की मांग बढ़ गई थी। अचानक मांग में आई बढ़ोतरी को देखते हुए भारत सरकार ने अपने लोगों के हितों को ध्यान में रखते हुए गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया। इससे पूरी दुनिया में गेहूं को लेकर हहाकार मचा हुआ है। लगभग हर देश में आटे की कीमत में काफी बढ़ोतरी की खबरें हैं, लेकिन पाकिस्तान का हाल सबसे बुरा है।