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वीर सुरेन्द्र साय इंजीनियरिंग विश्वविद्यालय में र्रैंगग

  •  सीनियर छात्रों ने कमरे में बंद कर जूनियर को पीटा

  •  पीडि़त ने घटना का वीडियो वायरल किया

  •  विवि की अनुशासन समिति ने जांच आरंभ किया

  •  कुलपति ने दिया कार्रवाई का भरोसा

संबलपुर। वीर सुरेन्द्र साय इंजीनियरिंग विश्वविद्यालय में पुन: र्रैंगग का मामला प्रकाश में आया है। फॉर्मल युनिफार्म नहीं पहनने पर सीनियर छात्रों ने एक जूनियर छात्र के साथ अभद्र व्यवहार किया, तत्पश्चात उसकी बेदम पिटाई कर दिया। सीनियर छात्रों के हमले में पीडि़त छात्र के शरीर में काफी चोटें आई है। विश्वविद्यालय प्रबंधन ने मामले को गंभीरता से लिया है तथा विवि की अनुशासन समिति को मामले की जांच का जिम्मा सौंपा है। बताया जाता है कि जांच समिति एक या दो दिन में कुलपति को अपना रिपोर्ट सौंपेगी, जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। खास बात यह है कि पीडि़त छात्र ने स्वयं इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोसल मीडिया पर वायरल कर दिया है। जिसके बाद ही इस घटना ने तूल पकड़ा और विश्वविद्यालय प्रबंधन ने मामले को गंभीरता से लिया। वायरल वीडिय़ों में पीडि़त छात्र का कहना है कि वह विवि की सिविल विभाग में प्रथम वर्ष का छात्र है। बुधवार की दोपहर वह अपने क्लास से वापस लौट रहा था। इस दौरान द्वितीय एवं तृतीय वर्ष के आठ छात्रों ने उसे रोका और एक कमरे में ले गए। वहांपर उन्होंने उससे पूछा की उसने विवि में फार्मल युनिफार्म क्यों नहीं पहना है। जब उसने उनके सवालों का जवाब नहीं दिया तो उन्होंने उसके साथ मारपीट आरंभ कर दिया। किसी तरह वह वहां से जान बचाकर भागा और वार्डन के पास पहुंच गया। वार्डन ने मामले पर हस्तक्षेप किया और उसे हॉस्टेल तक पहुंचाया। वीडियो में पीडि़त छात्र आरोपी छात्रों का नाम भी बता रहा है। उसका कहना है कि विवि में रोजाना प्रथम वर्ष के छात्रों के साथ र्रैंगग की घटना हो रही है। उससे पहले दो और तीन जूनियर छात्रों के साथ भी इस तरह मारपीट गई है। किन्तु वह इस अपराध को बर्दाश्त नहीं कर सकता। वह इस मामले की निष्पक्ष जांच कर आरोपी छात्रों के खिलाफ ठोस से ठोस कार्रवाई की मांग करता है। यहांपर बताते चलें कि वीर सुरेन्द्र साय इंजीनियरिंग विश्वविद्यालय में र्रैंगग की घटना आम हो गई है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद विश्वद्यिालय में आए दिन इस तरह की घटनाएं होती रहती है। कुछ माह पहले इसी प्रकार की एक घटना हुई थी। जिसके बाद कुछ छात्रों को विश्वविद्यालय से निष्कासित कर दिया गया एवं कुछ को निलंबित कर दिया गया। इसके बावजूद भी विश्वविद्यालय में रैगिंग की घटना रूकने का नाम नहीं ले रही है। शहर के बुद्धिजीवियों ने इसपर गहरी चिंता व्यक्त किया है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अटल चौधरी ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया रखते हुए कहा है कि विश्वविद्यालय की अनुशासन समिति मामले की छानबीन कर ही है। यदि मामले में किसी को दोषी पाया गया तो निश्चित तौरपर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस घटना के बाद विश्वविद्यालय प्रांगण में तनाव का वातावरण गया है। किसी भी अप्रिय घटना को लेकर वहांपर सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गई है।

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