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दूसरा निम्न दवाब डिप्रेशन में होगा तब्दील, दक्षिण ओडिशा तट को करेगा पार
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पुरी में रथयात्रा के दिन होगी भारी बारिश
भुवनेश्वर. एक सप्ताह के अंदर बंगाल की खाड़ी में दो बार निम्न दबाव का क्षेत्र बनेगा तथा एक बार डिप्रेशन में तब्दील होगा. यह संभावना भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के साथ-साथ दो अन्य प्रतिष्ठित मौसम मॉडल एजेंसियों ने जतायी है. इनके पूर्वानुमान के अनुसार, 14-15 जुलाई को और उसके आसपास एक कम दबाव का क्षेत्र ओडिशा तट के पास विकसित होगा. इसके बाद फिर 17 जुलाई को दक्षिण-मध्य बंगाल की खाड़ी में एक और निम्न दबाव का क्षेत्र बनेगा, जो एक डिप्रेशन में तब्दील होगा. इस कारण जुलाई में अच्छी तरीके से मॉनसून के सक्रिय होने के कारण वर्षा होने की संभावना है.
मौसम विभाग के पूर्वानुमान बताते हैं कि 17 जुलाई को और उसके आसपास लोपर के विकास के बाद यह प्रणाली अगले 24 घंटों में एक डिप्रेशन में तब्दील होगा और उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा तट की ओर बढ़ेगा. पूर्वानुमान है कि दबाव का क्षेत्र 18-19 जुलाई को और उसके आसपास दक्षिण ओडिशा तट को पार कर सकता है. इसके परिणामस्वरूप राज्य के तटीय जिलों में जुलाई के मध्य में एक भारी मात्रा में वर्षा होने वाली है.
पिछले 72 घंटों के दौरान आईएमडी के अनुसार 10 प्रतिशत कम वर्षा हुई है. इसके बावजूद राज्य में दर्ज की गई मानसूनी वर्षा सामान्य रही है. पिछले 72 घंटों के दौरान राज्य के 16 जिलों में कम से कम भारी बारिश हुई है.
पुरी में जहां जून में अधिक बारिश हुई थी, वहां 93 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है. इसी तरह से खुर्दा (34%), कटक (66%), केंद्रापड़ा (51%), जाजपुर (92%), केंदुझर (88%), देवगढ़ (70%), संबलपुर (62%), झारसुगुड़ा (64%), सुंदरगढ़ (55%), सोनपुर (46%), बलांगीर (22%), रायगड़ा (45%), कोरापुट (51%) और गजपति (81%) हैं.
भद्रक जिला सूखे की चपेट में है. जून में 50 प्रतिशत से कम वर्षा हुई है. इसके बाद पिछले 72 घंटों में कमी की सीमा बढ़कर 95 प्रतिशत हो गई थी.
अगले 72 घंटों (छह जुलाई तक) के लिए कुछ अलग-अलग स्थानों को छोड़कर राज्यभर में किसी वर्षा की कोई भविष्यवाणी नहीं है. पश्चिमी और दक्षिणी ओडिशा के कुछ स्थानों पर 7 और 8 जुलाई को अच्छी बारिश हो सकती है. लगभग 72 घंटे से अधिक की शुष्क अवधि के बाद राज्य के कुछ स्थानों पर 12 जुलाई को बारिश का पूर्वानुमान है.
एक पूर्वानुमान है कि पुरी में 12 जुलाई को रथयात्रा के दिन अच्छी बारिश हो सकती है. हालांकि बारिश रुक-रुक कर होगी. लगातार बारिश नहीं होगी.
14-15 जुलाई को दक्षिण ओडिशा तट के बहुत करीब कम दबाव का क्षेत्र होने के कारण पूरे राज्य-उत्तरी तटीय इलाकों में अच्छी वर्षा गतिविधि की भविष्यवाणी की गई है. राज्य में दक्षिण तटीय, दक्षिण आंतरिक और उत्तर आंतरिक जिले में अच्छी वर्षा होगी.
17 जुलाई को दक्षिण-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने का अनुमान है. इससे उत्तरी तटीय तमिलनाडु, ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्र में बारिश की भविष्यवाणी की गई है.
मॉडल पूर्वानुमानों से पता चलता है कि निम्न दबाव का क्षेत्र डिप्रेशन में तब्दील होगा और उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा तट की ओर बढ़ेगा. इसके 18 जुलाई की रात या 19 जुलाई की सुबह दक्षिण ओडिशा तट को पार करने की संभावना है. इस प्रभाव के कारण ओडिशा में 18-19 जुलाई को भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है.