-
स्मार्ट फोन ले जाने पर लगी रोक
-
अति आवश्यक होने पर बिना कैमरे वाले मोबाइल रखने की छूट – मुख्य प्रशासक
पुरी. रथयात्रा के दिन रथों पर सेवायत सेल्फी नहीं ले सकेंगे. रथों पर स्मार्ट फोन ले जाने पर रोक लगा दी गयी है. अति आवश्यक होने पर बिना कैमरे वाले मोबाइल रखने की छूट मिल सकती है, लेकिन यह निर्णय भी चर्चा के बाद लिया जायेगा. यह जानकारी श्री मंदिर मुख्य प्रशासक डा किशन कुमार ने मीडिया को. उन्होंने बताया कि विश्वभर में फैले महाप्रभु श्री जगन्नाथ के भक्त मीडिया टीवी के जरिए विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा का दर्शन कर सकते हैं. इसके सीधा प्रसारण व्यवस्था की गई है. छत्तीसा नियोग की वर्चुअल बैठक के बाद श्री मंदिर की मुख्य प्रशासक डॉ किशन कुमार ने कहा कि गुंडिचा मंदिर के पास स्थित बस स्टैंड पर पिछले साल की तरह इस साल भी पुरी के अतिरिक्त जिलाधिकारी की निगरानी में महाप्रसाद विक्रय का बंदोबस्त किया जाएगा. श्रद्धालु यहां से महापसाद संग्रह कर सकते हैं. इधर, श्रीमंदिर के आठ दरवाजों पर चांदी की परत चढ़ाने का बंदोबस्त हो चुका है. इसका निर्माण मुंबई में अभी जारी है. कुछ स्टीलनेश स्टील के सामान पुरी पहुंच चुका है.
रौशनी सज्जा पर 1.5 करोड़ हो रहा है खर्च
मुख्य प्रशासक डॉ किशन कुमार ने बताया कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने अत्याधुनिक तरीके से रौशनी सज्जा करने का प्रस्ताव दिया है. इसमें लगभग डेढ़ करोड़ रुपये एएसआई की तरफ से खर्च किया जा रहा है. इससे पहले लेजर स्कैनिंग की जाएगी. इसके लिए एक कमेटी का गठन होगा, जिसमें तीन सेवायत प्रतिनिधि इंजीनियर को लेकर बनाए जाएंगे. किसी के भी मन में दुविधा ना हो, इसीलिए सबका शंका दूर करने का भरपूर प्रयास प्रशासन की तरफ से किए जाएंगे. सबकी सहमति से यह कार्य किए जाएंगे और खासतौर पर सोना वेश के दिन और उत्सव में रथ के ऊपर कोई सेवक भारी मात्रा में जमावड़ा ना करें. कोरोना नियम को पालन करें. इसमें शामिल होने वाले सेवायतों की कोरोना जांच होगी. निगेटिव रिपोर्ट के आधार पर किसी भी आयोजन में शामिल होने की अनुमति होगी. मुख्य प्रशासक डॉ किशन कुमार ने इस दौरान सुरक्षित रथयात्रा की कामना भी की. इस बैठक में जिलाधिकारी समर्थ वर्मा, छत्तीसा नियोग नायक जनार्दन जोशी महापात्र और अनेक सेवायत प्रतिनिधिनियों ने शामिल होकर अपने-अपने मत रखे.