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1300 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ, 840% की हुई बढ़ोतरी
अशोक पाण्डेय, भुवनेश्वर
राजधानी भुवनेश्वर स्थित नेशनल एल्यूमिनियम कंपनी लि.(नालको), खान मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन, एक नवरत्न केन्द्रीय लोक उद्यम और एल्यूमिना व एल्यूमिनियम का भारत का सबसे बड़ा एकीकृत उत्पादक एवं निर्यातक ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए अपना बेहतरीन परिणाम प्राप्त किया है. हाल ही में भुवनेश्वर में संपन्न हुई निदेशक मंडल की बैठक में अंकेक्षित वित्तीय परिणाम के अभिलेखित आँकड़ों के अनुसार नालको ने विगत वित्त वर्ष के दौरान 8425.74 करोड़ रुपये और 138.23 करोड़ रुपये की तुलना में वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान क्रमशः 8869.29 करोड़ रुपये व 1299.56 करोड़ का सकल व्यवसाय और शुद्ध लाभ हासिल किया है. पिछले वित्तीय वर्ष की अपेक्षा वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए कंपनी के शुद्ध लाभ में 840% की बढ़त हुई है. एककों द्वारा श्रेष्ठ परिचालन प्रदर्शन, प्रभावी विक्रय रणनीति, लागत कम करने के उपाय, अनुकूल समर्थित एलएमई कीमत से यह परिणाम हासिल किया गया.
वर्ष 2020-21 के दौरान नालको ने 73.65 लाख टन के साथ अबतक का सर्वाधिक बॉक्साइट उत्पादन हासिल किया था. इसी क्रम में, कंपनी ने 2020-21 में 1.92 लाख टन के साथ अबतक के सर्वाधिक एल्यूमिनियम धातु का निर्यात हासिल करते हुए 2009-10 के दशक पुराने 1.46 लाख टन रिकॉर्ड उपलब्धि को पार किया. साथ ही कंपनी ने 20.85 लाख टन के एल्यूमिना हाइट्रेट और 4.18 लाख टन के एल्यूमिनियन धातु का उत्पादन भी हासिल किया है.
इस सफलता का श्रेय समूह कार्य और समर्पण को देते हुए श्रीधर पात्र, अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक, नालको ने कहा कि कंपनी ने संकुल, उत्पादन, उत्पादकता एवं कर्मचारी पर केंद्रीत ध्यान व प्रोन्नति में अनुकरणीय योगदान दिया है. कोविद-19 के प्रकोप के शीर्ष चरण और बाजार के खुलने के बाद, हमने वित्त वर्ष 2020-21 के दूसरे हिस्से में महत्त्वपूर्ण वापसी अनुभव की. आर्थिक गतिविधियों के फिर से शुरू होने और बंधनों में छूट के साथ ही हम उम्मीद करते हैं कि खनन में उत्पादन को बढ़ाने के हमारे लक्ष्य और परिष्करण खंड एवं नए कोयला खादानों के खुलने से लंबे दौर में हम बेहतरीन वृद्धि हासिल करेंगे.