बालेश्वर. बालेश्वर मेडिकल में एक कमरे में पांच शवों के सड़ने से लोगों की परेशानियां बढ़ गयी है. जानकारी के अनुसार, पोस्टमॉर्टम सेंटर के पास एक छोटे से कमरे में अज्ञात मरीजों के शवों को फेंक दिया गया है.
जानकारी के मुताबिक हाल ही में अस्पताल के एक छोटे से कमरे में एक के ऊपर एक लदे पांच लाशें मिलीं और उनके सड़न से बदबू असहनीय हो गयी है.
स्थानीय लोगों ने चिकित्सा अधिकारियों पर कुप्रबंधन का आरोप लगाया है. एक स्थानीय निवासी ने मीडिया से कहा कि जिन व्यक्तियों के शवों की पहचान नहीं की गई है, उन लाशों को उचित सम्मान दिया जाना चाहिए और दाह संस्कार के लिए व्यवस्था की जानी चाहिए. उन शवों को अस्पताल के अंदर रखने और उनके सड़ने से रोगियों और उनके परिवार के सदस्यों में संक्रमण का खतरा बना रहेगा.
दूसरी ओर, चिकित्सा अधिकारियों ने कहा कि वे शवों को एक कमरे में रखने के लिए मजबूर हैं, क्योंकि स्थानीय पुलिस प्रशासन को वर्तमान कोरोना की स्थिति को देखते हुए गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ) को अनुबंध देना मुश्किल हो रहा है. उन्होंने कहा कि आम तौर पर हम लावारिश शवों को अंतिम संस्कार से पहले 96 घंटे तक सुरक्षित रखते हैं. यह पुलिस प्रशासन का कर्तव्य है कि वह गैर सरकारी संगठनों को दाह संस्कार की जिम्मेदारी दे. हमने स्थानीय पुलिस प्रशासन से शवों के दाह संस्कार के बारे में बात की है. मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी (सीडीएमओ) मृत्युंजय मिश्र ने कहा कि उम्मीद है कि जल्द ही शवों का अंतिम संस्कार कर दिया जाएगा.
इधर, बालेश्वर पुलिस स्टेशन के आईओसी ने कहा कि बकाया राशि के कारण शवों का अंतिम संस्कार नहीं किया जा सका.
बालेश्वर पुलिस स्टेशन के आईओसी विजय कुमार नायक ने कहा कि नगरपालिका पहले शवों का निपटान कर रही थी. बकाया राशि के कारण वे अब अपनी ड्यूटी नहीं कर रहे हैं.