बालेश्वर. जिले के नीलगिरि इलाके में सोमवार को जिला प्रशासन और पुलिस की संयुक्त छापेमारी में रथ निर्माण में लगे 10 महाराणा सेवायतों को गिरफ्तार किया गया है. ये ओडिशा सरकार के आदेश का उल्लंघन कर महाप्रभु श्री जगन्नाथ की रथयात्रा के लिए रथों का निर्माण कर रहे थे. कोविद-19 महामारी के मद्देनजर भगवान श्री जगन्नाथ की रथयात्रा पर इस साल भी पुरी को छोड़कर अन्य जगहों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. इसके बावजूद यहां रथों का निर्माण किया जा रहा था. इसकी सूचना पर रथ निर्माण स्थल रथ खाला पर उपजिलाधिकारी के नेतृत्व में छापेमारी की गयी. इस दौरान तहसीलदार व नीलगिरि पुलिस भी टीम शामिल थी. मौके से 10 कारिगरों को गिरफ्तार करने के साथ-साथ निर्माण के उपकरणों को जब्त कर लिया गया है.
महाराणा सेवायत अजय स्वाईं ने मीडिया से कहा कि यहां कोई निर्माण कार्य नहीं किया जा रहा था. हम अभी बाहर घूम ही रहे थे कि सिपाहियों ने आकर 10 लोगों को उठा लिया. चूंकि मैं किसी काम से बाहर था, इसलिए मैं गिरफ्तारी से बच गया.
नीलगिरि के उपजिलाधिकारी हरिश्चंद्र जेना ने कहा कि ओडिशा सरकार के साथ-साथ जिला कलेक्टरों ने इस साल रथयात्रा के दौरान रथों के निर्माण और इसे खींचने पर प्रतिबंध लगा दिया है. मेरे बार-बार की नोटिस के बावजूद वे रथ बना रहे थे.
उन्होंने कहा कि आज मैं तहसीलदार और पुलिस के साथ मौके पर पहुंचा और वहां काम करने वाले महाराणाओं को गिरफ्तार कर लिया गया है. रथ निर्माण में प्रयुक्त उपकरण को जब्त कर लिया गया है. इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज की जाएगी.
उल्लेखनीय है कि बीते 10 जून को राज्य के विशेष राहत आयुक्त प्रदीप जेना ने कोविद-19 महामारी के मद्देनजर पुरी को छोड़कर राज्य में 12 जुलाई से शुरू होने वाली रथ यात्रा पर प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी किया था. उन्होंने साफ तौर पर कहा था कि इस साल भगवान श्री जगन्नाथ की रथयात्रा पुरी के बड़डांड में आयोजित की जाएगी. इसके अलावा राज्य में कहीं भी पिछले साल की तरह रथयात्रा नहीं की जाएगी.
कई लोगों ने इस फैसले का स्वागत किया था, लेकिन राज्य के विभिन्न हिस्सों से भक्तों की ओर से इस उत्सव को आयोजित करने की अनुमति की मांग की जा रही है.
हाल ही में बारिपदा में सेवायतों के साथ-साथ लोगों ने दूसरे श्रीक्षेत्र के रूप में विख्यात इस क्षेत्र में पुरी जैसे भक्तों के बिना रथयात्रा के उत्सव की अनुमति देने का आग्रह राज्य सरकार से किया था. उन्होंने कोविद नियमों का पालन करते हुए एक रैली भी निकाली थी.
इसी तरह, राज्य उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर कर केंद्रापड़ा में सिद्ध बलदेव जीउ की रथयात्रा को पुरी श्रीमंदिर में की तर्ज पर आयोजित करने की अनुमति मांग की गयी.
कोविद गाइडलाइन के उल्लंघन को लेकर 20 गिरफ्तार
गत 24 घंटों में कोविद गाइडलाइन के उल्लंघन के मामले में राज्य में 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इस दौरान 313 वाहनों को जब्त किया गया है. इसी तरह विभिन्न नियमों के उल्लंघन को लेकर कुल 18,66,600 रुपये की राशि जुर्माना के रुप में वसूल की गई है. ओडिशा पुलिस द्वारा ट्वीट कर यह जानकारी दी गई है.