अशोक पाण्डेय, भुवनेश्वर
भुवनेश्वर स्थित सबसे बड़े आदिवासी आवासीय विश्वविद्यालय कलिंग इंस्टीट्यूट आफ सोसलसाइंसेज, कीस डीम्ड विश्वविद्यालय और गंगाधर मेहर, जीएम विश्वविद्यालय,सम्बलपुर के मध्य शिक्षा एवं शोध क्षेत्रों में आपसी सहयोग बढ़ाने हेतु एक ऐतिहासिक करारनामे पर हस्ताक्षर हुए. आयोजित विशेष समारोह के अवसर पर कीस डीम्ड विश्वविद्यालय की ओर से कीट-कीस के प्राणप्रतिष्ठाता तथा कंधमाल लोकसभा सांसद प्रोफेसर अच्युत सामंत तथा प्रोफेसर दीपक कुमार बेहरा, कुलपति, कीस डीम्ड विश्वविद्यालय एवं जीएम विश्वविद्यालय, सम्बलपुर की ओर से प्रोफेसर एन. नागराजू, कुलपति जीएम विश्वविद्यालय आदि उपस्थित थे. अपने संबोधन में प्रोफेसर अच्युत सामंत ने बताया कि भुवनेश्वर स्थित विश्व के प्रथम तथा सबसे बड़े आदिवासी आवासीय विश्वविद्यालय कलिंग इंस्टीट्यूट आफ सोसलसाइंसेज,कीस डीम्ड विश्वविद्यालय है, जो पिछले लगभग 30 वर्षों से उत्कृष्ट शिक्षा के माध्यम से बच्चों में आदिवासी सशक्तिकरण का सतत विकास कर रहा है. उन्होंने यह भी बताया कि यह करार शिक्षा एवं शोध क्षेत्रों में आपसी सहयोग बढ़ाने हेतु दोनों विश्वविद्यालयों के लिए यह करारनामा मील का पत्थर सिद्ध होगा. उन्होंने ऐतिहासिक करारनामे से संबद्ध दोनों विश्वविद्यालयों के उपस्थित आला अधिकारियों के प्रति आभार तथा बधाई दी. अवसर पर जीएम विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा गिरिशचन्द्र सिंह, उपकुलसचिव डा उमा चरण पति, कीस डीम्ड विश्वविद्यालय के प्रो-वायसचांस्लर, प्रोफेसर पितबास साहू, कुलसचिव डा प्रशांत कुमार राउतराय आदि उपस्थित थे. धन्यवाद ज्ञापन किया डा निवेदिता नाथ, विभागाध्यक्ष ऐंथ्रोपोलोजी,जीएम विश्वविद्यालय सम्बलपुर ने.