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सभी जिलाधिकारी, सीडीएमओ और अन्य स्वास्थ्य अधिकारी हैं सतर्क
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कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए कर रहे हैं हर संभव उपाय
भुवनेश्वर. दक्षिण और पश्चिमी ओडिशा में कोविद-19 की स्थिति नियंत्रण में आने के बाद राज्य सरकार ने अब तटीय जिलों की ओर ध्यान आकर्षित किया है, जहां स्थिति अभी भी चिंता का विषय है.
ओडिशा के सार्वजनिक स्वास्थ्य निदेशक निरंजन मिश्र ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 13 जिले, जो बी श्रेणी में हैं, अब शीर्ष पर हैं. उन क्षेत्रों में परीक्षण और डोर टू डोर सर्वेक्षण तेज कर दिया गया है. इन जिलों में दैनिक संक्रमण बढ़ रहा है. प्रकोप को रोकने के लिए नई रणनीति बनाई जा रही है. उन्होंने कहा कि सभी जिलाधिकारी, सीडीएमओ और अन्य स्वास्थ्य अधिकारी सतर्क हैं और वायरस के प्रसार को रोकने के लिए हर संभव उपाय कर रहे हैं.
मिश्र ने कहा कि राज्य के पश्चिमी हिस्सों में दूसरी लहर के दौरान संक्रमण पहले फैला था और धीरे-धीरे आंतरिक और तटीय इलाकों में फैल गया. इसी तरह से संक्रमण धीरे-धीरे कम होगा.
उन्होंने कहा कि 18 जिलों में आज एक दिन का संक्रमण दहाई अंक में आ गया है. शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि सरकारी उपायों से जिलों में दैनिक संक्रमण को एक दिन में तीन अंकों में कम करने में मदद मिलेगी.
राज्य में वर्तमान में सकारात्मकता दर लगभग 6 प्रतिशत है. जून के अंत तक अधिक मामलों वाले जिलों में संक्रमण के और कम होने की उम्मीद है.
अस्पतालों में आईसीयू प्रबंधन पर सार्वजनिक स्वास्थ्य निदेशक ने कहा कि डॉक्टरों ने अपने जीवन को जोखिम में डालकर तथा अपने अनुभवों के आधार पर राज्य में आईसीयू का सुचारू प्रबंधन सुनिश्चित किया है.
मिश्र ने बताया कि डाक्टरों के अथक प्रयास और कार्य अब बोलते हैं. उनकी सेवाओं के कारण उच्च संक्रमण के बावजूद कोविद की मृत्यु दर कम रही है.
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