कटक. कमिश्नरेट पुलिस ने बुधवार को कटक में 11 देशी बंदूकें और 51 राउंड जिंदा कारतूस जब्त कर एक बड़े अवैध आग्नेयास्त्र रैकेट का भंडाफोड़ करने का दावा किया है. इसकी जानकारी देते हुए पुलिस आयुक्त सौमेंद्र प्रियदर्शी ने कहा कि बंदूक चलाने वाले सिंडिकेट में शामिल चार कुख्यातों को धर-दबोच लिया गया है.
गिरफ्तारी और जब्ती डीसीपी प्रतीक सिंह के नेतृत्व में कमिश्नरेट पुलिस के एक विशेष दस्ते द्वारा की गई है. गिरफ्तार लोगों की पहचान टुकुना स्वाईँ, संतोष राउत, ज्योति रंजन और प्रशांत राउत के रूप में हुई है.
पुलिस आयुक्त ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि रैकेट का सरगना टुकुना स्वाईं बिहार के मुंगेर से अवैध हथियार खरीदता था. वह कुख्यात गैंगस्टर डी-भाइयों को बंदूकों का प्रमुख आपूर्तिकर्ता है, जो वर्तमान में सलाखों के पीछे हैं.
टुकुना, जो अभी रिमांड पर, के खिलाफ अनुगूल और जगतसिंहपुर जिलों के विभिन्न पुलिस थानों में कुल 18 मामले लंबित हैं. संतोष राउत के खिलाफ भुवनेश्वर और कटक में पांच, ज्योति रंजन उर्फ लीपू के खिलाफ पांच, प्रशांत राउत के खिलाफ नौ मामले भी लंबित हैं.
प्रियदर्शी ने कहा कि कटक के डीसीपी प्रतीक सिंह की सीधी निगरानी में संगठित अपराध गिरोहों के खिलाफ विशेष अभियान तेज किया गया है.
शीर्ष पुलिस अधिकारी ने कहा कि पिछले तीन महीनों में कटक शहरी पुलिस क्षेत्राधिकार में 43 अवैध हथियार और 225 राउंड गोला-बारूद जब्त किए गए हैं.
प्रियदर्शी ने कहा कि संगठित अपराधों को रोकने के लिए अवैध हथियारों के इस्तेमाल पर कार्रवाई की अत्यधिक आवश्यकता है और कमिश्नरेट पुलिस ने अवैध हथियारों की आपूर्ति और निर्माण पर सफलतापूर्वक रोक लगा दी है.