भुवनेश्वर. 11 जून के बाद आईएमडी की भारी बारिश की भविष्यवाणी के मद्देनजर संभावित बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए जल संसाधन विभाग तैयार है. दक्षिण-पश्चिम मानसून ने आज दक्षिण ओडिशा में बारिश के साथ प्रवेश कर गया है.
जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता ज्योतिर्मय रथ ने कहा कि कटक, जगतसिंहपुर, केंद्रापड़ा, ढेंकानाल, अनुगूल, मयूरभंज, बालेश्वर, भद्रक, जाजपुर जैसे जिलों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है, क्योंकि इन क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना है.
उन्होंने कहा कि किसी भी संभावित घटना को देखते हुए विभाग के सभी अधिकारियों को सतर्क रहने और किसी भी परिस्थिति में मुख्यालय नहीं छोड़ने का निर्देश दिया गया है. कुछ जगहों पर नए अधिकारियों को जिम्मेदारी भी दी गई है. नियंत्रण कक्ष खोले गए हैं. यह चौबीसों घंटे काम करेंगे. रथ ने कहा कि अधिकारियों को सभी नदी तटबंधों पर गश्त और निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि सभी जलाशयों में जल स्तर सामान्य से नीचे है. इसलिए बड़ी बाढ़ का तत्काल कोई खतरा नहीं है, लेकिन भारी बारिश से प्रेरित संभावित अचानक बाढ़ से इनकार नहीं किया जा सकता है. करीब 20 नदी तटबंध कमजोर बताए जा रहे हैं. ये विभाग के शीर्ष फोकस पर रहे हैं. अभियंता ने कहा कि राज्य के सभी तटीय जिलों को अलर्ट कर दिया गया है.