भुवनेश्वर. तूफान यश के कारण हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए आए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भुवनेश्वर स्थित बीजू पटनायक हवाई अड्डे पर इसे लेकर हुए नुकसान की समीक्षा की. इसके बाद वह तूफान प्रभावित बालेश्वर व भद्रक जिले का हवाई सर्वेक्षण करने के लिए निकले.
समीक्षा बैठक में राज्यपाल प्रो गणेशीलाल, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान व प्रताप षाड़ंगी, मुख्य सचिव सुरेश महापात्र, विशेष राहत आयुक्त प्रदीप जेना, पुलिस महानिदेशक अभय, राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.
बैठक के बाद राज्य के विशेष राहत आयुक्त प्रदीप जेना ने बैठक के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने प्रधानमंत्री के साथ समीक्षा बैठक में तूफान के लिए दो दीर्घ सूत्री समाधान के लिए सहायता मांगी है. उन्होंने कहा कि आधुनिक तकनीक से तूफान से प्रभावित न होने वाले बिजली व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री ने मांग की. मिट्टी के नीचे बिजली की केबलिंग व अन्य आधुनकि तकनीक से बिजली व्यवस्था की मांग करने के साथ-साथ तटों की सुरक्षा के लिए भी दीर्घ सूत्री कदम उठाने की मांग की. उन्होंने कहा कि तूफान के दौरान भारी ज्वार आने के कारण तटीय इलाकों को भारी नुकसान हो रहा है. इसे ध्यान में रख कर कोस्टल स्टार्म सर्ज प्रोटेक्शन के लिए अनुरोध किया गया है.
उन्होंने कहा कि नवीन पटनायक ने कृषि क्षेत्र को हुए नुकसान के लिए फिलहाल कुछ नहीं मांगा. जो भी तत्काल आवश्यकता है, ओडिशा सरकार उसे मैनेज कर लेगी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आगामी सात दिनों के अंदर नुकसान का जायजा लेकर रिपोर्ट केन्द्र सरकार को भेजेगी, ऐसी बात कही गई.
उन्होंने कहा कि तूफान में क्या नुकसान हुआ है, उस बारे में एक 8 मिनिट का वीडियो फिल्म प्रधानमंत्री को दिखाया गया. तूफान प्रभावित इलाकों के चित्र पावर पाएट प्रेजेंटेशन के माध्यम में दिखाया गया.
तूफान यश के कारण हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भुवनेश्वर स्थित बीजू पटनायक हवाई अड्डे पर पहुंचने पर उनके स्वागत के लिए राज्यपाल प्रो गणेशीलाल, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान व प्रताप षाड़ंगी उपस्थित थे.