भुवनेश्वर. बालेश्वर में लैंडफाल करने के बाद 24 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से आगे बढ़ा, जबकि गुजरात में आए ताउते की गति इससे काफी कम थी. यह जानकारी आईएमडी के निदेशक डा मृत्युंजय महापात्र ने दी. उन्होंने बताया कि जो चक्रवात काफी धीमी गति से आगे बढ़ता है, वह काफी नुकसानदायक होता है. तेज गति से आगे बढ़ने वाले चक्रवात से नुकसान कम होता है.
केंद्र और राज्य सरकारों ने चक्रवातों से बढ़िया से निपटा
आईएमडी के निदेशक डा मृत्युंजय महापात्र ने आज केंद्र और राज्य सरकारों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि भीषण चक्रवात यश और भीषण चक्रवात ताउते से दोनों सरकारों ने बखूबी से निपटा है. उन्होंने कहा कि हम पहले से ही कोरोना महामारी से जूझ रहे हैं. ऐसी स्थिति में दो भीषण चक्रवातों ने दस्तक दे दिया. इसके बाद बावजूद कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए काफी बढ़िया तरीके से सरकारों ने तैयारी की और सफल भी रहे.
अरब सागर का चक्रवात काफी खतरनाक
आईएमडी के निदेशक डा मृत्युंजय महापात्र ने बंगाल की खाड़ी की तुलना में अरब सागर में बनने वाले चक्रवात काफी खतरनाक शाबित हो रहा है. यहां अधिकांश चक्रवात भीषण चक्रवात के रूप में तब्दील होता है और काफी नुकसान पहुंचाता है. अब तक देखा गया है कि अरब सागर में बनने वाले चक्रवात काफी धीमी गति से तटों की ओर बढ़ते हैं, जिससे वह खतरनाक साबित होते हैं.