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बालेश्वर व केन्दुझर में दो लोगों की पेड़ गिरने से मौतों की प्रशासन कर रही है जांच
भुवनेश्वर. तूफान यश के कारण सबसे अधिक नुकसान भद्रक व बालेश्वर जिले में हुआ है, जहां यह तूफान टकराया था. तटीय जिले जगतसिंहपुर व केन्द्रापड़ा जिले में भी विशेष नुकसान नहीं हुआ है. कुछ स्थानों पर फ्लास फ्लड हुआ है. राज्य सरकार नुकसान के बारे में पता लगा रही है. राज्य के विशेष राहत आयुक्त प्रदीप जेना ने यह जानकारी दी. तूफान यश के कारण बालेश्वर व केन्दुझर जिले में दो लोगों की पेड़ गिरकर मौत होने के बारे में सूचना मिली है. जिला प्रशासन की ओर से इन मौतों के बारे मं जांच की जा रही है.
उन्होंने कहा कि तूफान के प्रभाव में बिजली की अवसंरचना को विशेष नुकसान नहीं हुआ है. टेलीकाम के अवसंरचना को भी अधिक नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन बालेश्वर के नीलगिरि इलाके में तथा मयूरभंज जिले में भारी संख्या में पेड़ गिर गये हैं. उन्होंने कहा कि ज्वार के कारण बाहनगा, रेमुणा, बालेश्वर सदर व धामरा इलाके के कुछ गांव में समुद्र का पानी घुस गया है.
उधर, आईएमडी की शाम पांच बजे के नवीनतम बुलेटिन के अनुसार यश उत्तर पश्चिम की दिशा में आगे बढ़ रहा है तथा आगामी कमजोर पड़ कर साइक्लोनिक स्टार्म का रुप ले लेगा.
बालेश्वर, भद्रक, में बारिश और हवा में कमी है, जबकि नीलगिरि में हवा तेज है. जगतसिंहपुर, केंद्रापड़ा और जाजपुर में कुछ ज्यादा नकुसान नहीं हुआ है. यहां कुछ पेड़ गिरे हैं, जिन्हें हटाने का काम चल रहा है. लाइन बहाली तेजी चल रहा है. भद्रक जिले में हवा कम होने के बाद राहत तेज हो रहा है. नीलगिरि में काफी पेड़ गिरे हैं. हवा बढ़ने के कारण काम प्रभावित हो रहा है. नीलगिरि हवा की गति 90 से 100 किलोमीटर तक हवा चली है. मयूरभंज में 100 से 110 तक हवा चलने की संभावना है.