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तटीय इलाकों में भीषण बारिश शुरू, उड़ने लगे पेड़-पौधे
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समुद्र हुआ अशांत, ऊठ रही हैं ऊंची लहरें
हेमन्त कुमार तिवारी, भुवनेश्वर
भीषण चक्रवात यश 26 मई को तड़के बालेश्वर व भद्रक जिले के बीच धामरा के निकट लैंडफाल करेगा. आईएमडी के महानिदेशक डा मृत्युंजय महापात्र ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि यश वेरी सिवियर साइक्लोन कैटागोरी में 26 को तड़के लैंडफाल करेगा.
बंगाल की खाड़ी में य़ह तूफान 17 किसी की गति से उत्तर–पश्चिम की दिशा में आगे बढ़ रहा है. ओडिशा के पारादीप से पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप के बीच के इलाके में इसका प्रभाव दिखेगा.
उन्होंने कहा कि इस तूफान से भद्रक जिले के धामरा व चांदबाली सर्वाधिक प्रभावित होंगे. राज्य के चार जिले भद्रक, बालेश्वर, जगतसिंहपुर व केन्द्रापड़ा जिला सर्वाधिक प्रभावित होंगे. उन्होंने कहा कि इन चार जिलों में मंगलवार शाम तक 60 से 80 किमी प्रति घंटें की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी तथा यह धीरे-धीरे बढ़कर 150 से 180 किमी तक होगी. तूफान के जमीन से टकराने के छह घंटें पहले व छह घंटे बाद का समय सबसे महत्वपूर्ण होगा. मयूरभंज जिले में भी 100 से 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी.
उन्होंने बताया कि तूफान के समय कटक, पुरी, खुर्दा व जाजपुर जिले में 60 से 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलेगी तथा 90 किमी प्रति घंटे का झोका आ सकता है.
उन्होंने कहा कि दो साल पहले पुरी में टकराने वाले फनी की तुलना में यश का प्रभाव कम होगा तथा हवा की गति इससे 50 किमी प्रति घंटे कम रहेगी. उन्होंने तूफान के पश्चिम बंगाल की ओर रिकर्व करने की संभावना से इनकार किया.
राज्य के तटीय इलाकों में तेज बारिश और तेज हवा
भीषण चक्रवात के प्रभाव में तटीय इलाकों में तेज बारिश हो रही है. काफी तेजी से हवाएं चल रही हैं. पेड़ों का उखड़ा शुरू हो गया है. बचाव कार्य भी तेजी से चल रहा है. संबंधित क्षेत्रों के हाइवे पर वाहनों का परिचालन रोक दिया गया है.
2.5 लाख लोग सुरक्षित स्थानों पर भेजे गये
यश से संभावित प्रभावित क्षेत्रों से खबर लिखे जाने तक 2.5 लाख लोगों सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा चुका था. प्रशासन तेजी लोगों सुरक्षित स्थानों पर ले जाने जुटा था. गर्भवती महिलाओं को अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है, ताकि चक्रवात के बाद उनको किसी प्रकार की दिक्कतों का सामना न करना पड़े.
समुद्र हुआ अशांत, ऊठ रहीं ऊंची लहरें
यश के कारण चांदबली, धामरा और पुरी में समुद्र तट अशांत देखने को मिला. काफी ऊंची-ऊंची लहरे देखने को मिली.
झारखंड में पड़ेगा असर
चक्रवात यश का प्रभाव बंगाल के साथ झारखंड में भी पड़ने की संभावना है. यह चक्रवात ओडिशा के तटों को छूने के बाद झारखंड की ओर चला जायेगा.